Article 370: सुप्रीम कोर्ट की इजाजत के बाद श्रीनगर पहुंचे सीताराम येचुरी, तारीगामी से की मुलाकात

Sitaram Yechury go to Kashmir येचुरी बृहस्पतिवार को कश्मीर दौरे पर जाएंगे और यूसुफ तारिगामी से मिलेंगे और उनकी सेहत का हाल मालूम करेंगे।

By Preeti jhaEdited By: Publish:Thu, 29 Aug 2019 08:57 AM (IST) Updated:Thu, 29 Aug 2019 06:27 PM (IST)
Article 370: सुप्रीम कोर्ट की इजाजत के बाद श्रीनगर पहुंचे सीताराम येचुरी, तारीगामी से की मुलाकात
Article 370: सुप्रीम कोर्ट की इजाजत के बाद श्रीनगर पहुंचे सीताराम येचुरी, तारीगामी से की मुलाकात

जम्मू, जेएनएन। माक्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी के महासचिव सीता राम येचुरी वीरवार को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच अपने बीमार मित्र व राजनीतिक सहयोगी मोहम्मद युसुफ तारीगामी का कुशल क्षेम जानने पहुंचे। वह शुक्रवार को दिल्ली लौटेंगे। पांच अगस्त के बाद कश्मीर में दिल्ली से किसी विपक्षी दल के नेता की यह पहली श्रीनगर यात्रा है।

राज्य विधानसभा में चार बार विधायक चुने जाने वाले माकपा नेता मोहम्मद युसूफ तारीगामी को कश्मीर में कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए प्रशासन ने चार अगस्त की रात से उनके घर में नजरबंद रखा हुआ है। हृदयरोग से पीड़ित तारीगामी का स्वास्थ्य बीते कई दिनों से खराब चल रहा है। पांच अगस्त को राज्य की संवैधानिक स्थिति में बदलाव के मद्देनजर प्रशासन ने राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ्ती समेत करीब डेढ़ हजार राजनीतिक नेताओं व कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया है या फिर उन्हें नजरबंद रखा है। पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ फारुक अब्दुल्ला और तारीगामी भी नजरबंद नेताओं में शामिल हैं।

माकपा राष्ट्रीय महासचिव सीता राम येचुरी और भाकपा नेता डी राजा ने जम्मू-कश्मीर में प्रशासन द्वारा प्रशासनिक पाबंदियों को लागू किए जाने के चंद दिन बाद ही दिल्ली से श्रीनगर पहुंचे थे। लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से ही वापस दिल्ली भेज दिया गया। इसके बाद वह गत 24 अगस्त को कांग्रेस पूर्वाध्यक्ष राहुल गांधी संग फिर कश्मीर पहुंचे थे। उस दौरान भी उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से ही वापस जाना पड़ा था। इसके बाद सीता राम येचुरी ने सर्वाेच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर कहा कि वह श्रीनगर में स्थानीय प्रशासन द्वारा नजरबंद बनाए गए अपने मित्र मोहम्मद युसूफ तारीगामी से मिलना चाहते हैं। तारीगामी बीमार हैं। वह दो बार उनसे मिलने श्रीनगर गए, लेकिन उन्हें श्रीनगर एयरपोर्ट से आगे नहीं जाने दिया गया है।

सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को जम्मू-कश्मीर से जुड़ी कुल 14 याचिकाओं पर सुनवाई हुई। इनमें अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के अलावा घाटी में प्रेस फ्रीडम के साथ-साथ नेताओं के दौरे को लेकर भी याचिका शामिल थी। सुप्रीम कोर्ट ने इसी बीच भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) नेता सीताराम येचुरी को श्रीनगर जाने की इजाजत दे दी है। सीताराम येचुरी ने अपनी पार्टी के विधायक एमवाई तरिगामी से मिलने की अनुमति मांगी थी।

हालांकि, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने इसका विरोध किया है।चीफ जस्टिस ने कहा कि सरकार उन्हें क्यों रोक रही है? वह देश के नागरिक हैं अगर अपने दोस्त से मिलना चाहते हैं,  तो मिल सकते हैं। सुप्रीम कोर्ट की इजाजत मिलने के बाद सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी अपने पार्टी सहयोगी और पूर्व विधायक मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मुलाकात करने आज जम्मू-कश्मीर जाएंगे। येचुरी ने कहा कि उनकी यात्रा के लिए जो कुछ भी किए जाने की आवश्यकता है, वह वे सब कुछ करेंगे। सुप्रीम कोर्ट ने येचुरी को उनके पार्टी सहयोगी मोहम्मद यूसुफ तारिगामी से मिलने के लिए जम्मू-कश्मीर जाने की बुधवार को अनुमति दे दी।

माकपा नेता सीताराम येचुरी को जम्मू-कश्मीर का दौरा करने की सुप्रीम कोर्ट ने इजाजत दे दी। हालांकि, मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की पीठ ने येचुरी को इजाजत देते हुए उन्हें हिदायत भी दी कि वह अपने दौरे का इस्तेमाल राजनीतिक उद्देश्य के लिए न करें।

वहीं, कोर्ट ने येचुरी को कहा, हम आपको वहां जाने की इजाजत देते हैं, मगर आपने अपने सहयोगी से मिलने के अलावा किसी और गतिविधि करने की चूक की तो यह हमारे आदेश का उल्लंघन माना जाएगा। इस पर येचुरी के वकील राजू रामचंद्रन ने कहा, हम निर्देश का पूरा पालन करेंगे और इस बारे में एक शपथपत्र भी देंगे। बाद में येचुरी ने मीडिया से कहा, मेरे वहां से लौटने के बाद यह केस फिर आगे चलेगा। दौरे में जो भी जरूरी होगा, वह हम करेंगे। माकपा नेता ने अनुच्छेद 32 के तहत यह याचिका दी थी, जिसमें कहा गया है कि एक व्यक्ति को कहीं भी जाने का अधिकार है और यह मूल अधिकारों के तहत आता है। 

सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी के एक कानून के छात्र को भी जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में अपने माता-पिता से मिलने के लिए जाने की इजाजत दे दी। साथ ही कोर्ट ने पुलिस को छात्र को सुरक्षा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया।

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