जानिए इमरान सरकार आने के बाद भारत और पाकिस्तान में पहली बार होगी इस मुद्दे पर बात

भारत-पाकिस्तान के स्थायी सिंधु आयोग की पिछली बैठक बीते मार्च में नई दिल्ली में हुई थी।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Wed, 29 Aug 2018 07:03 PM (IST) Updated:Wed, 29 Aug 2018 07:03 PM (IST)
जानिए इमरान सरकार आने के बाद भारत और पाकिस्तान में पहली बार होगी इस मुद्दे पर बात
जानिए इमरान सरकार आने के बाद भारत और पाकिस्तान में पहली बार होगी इस मुद्दे पर बात

लाहौर, प्रेट्र। इमरान खान के सत्ता में आने के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बुधवार को पहली बार किसी मसले पर द्विपक्षीय वार्ता शुरू हुई। यह दो दिवसीय वार्ता सिंधु जल संधि के विविध पहलुओं पर चल रही है। इसमें भारत का नौ सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल हिस्सा ले रहा है।

सिंधु जल संधि पर दोनों पक्षों के बीच बुधवार को पहले दौर की वार्ता लाहौर स्थित नेशनल इंजीनियरिंग सर्विस पाकिस्तान के मुख्यालय में हुई। इस वार्ता में भारतीय दल का नेतृत्व जल आयोग के आयुक्त पीके सक्सेना और पाकिस्तान के प्रतिनिधिमंडल की अगुआई सैयद मेहर अली शाह कर रहे हैं। वार्ता के दौरान दोनों पक्ष अपनी-अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे। बातचीत के बाद संयुक्त अधिसूचना भी जारी होगी।

इससे पहले वाघा सीमा से सक्सेना की अगुआई में नौ सदस्यीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल के पहुंचने पर पाक सिंधु जल आयोग के आयुक्त शाह और अतिरिक्त आयुक्त शेराज जमील ने उनका स्वागत किया। भारत-पाकिस्तान के स्थायी सिंधु आयोग की पिछली बैठक बीते मार्च में नई दिल्ली में हुई थी। इस दौरान दोनों पक्षों ने सिंधु जल संधि के तहत जल बहाव और इस्तेमाल होने वाले पानी की मात्रा का ब्योरा साझा किया था। गत 18 अगस्त को इमरान खान के प्रधानमंत्री बनने के बाद दोनों देशों में यह पहली आधिकारिक वार्ता है।

1960 में हुई सिंधु जल संधि 
नौ साल की वार्ता के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच साल 1960 में सिंधु जल संधि हुई थी। इसमें विश्व बैंक मध्यस्थ है। यह संधि दोनों देशों के बीच नदियों के जल उपयोग के संदर्भ में सहयोग और सूचनाओं के आदान-प्रदान का एक तंत्र है।

chat bot
आपका साथी