आधुनिक मेटालिक में 950 कर्मचारियों का 43 करोड़ बकाया

सुंदरगढ़ जिले के कुआरमुंडा स्थित आधुनिक मेटालिक में कार्यरत 950 कर्मचारियों पर 43 करोड़ रुपये बकाया है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 16 May 2022 10:00 PM (IST) Updated:Mon, 16 May 2022 10:00 PM (IST)
आधुनिक मेटालिक में 950 कर्मचारियों का 43 करोड़ बकाया
आधुनिक मेटालिक में 950 कर्मचारियों का 43 करोड़ बकाया

आधुनिक मेटालिक में 950 कर्मचारियों का 43 करोड़ बकाया

जासं, राउरकेला : सुंदरगढ़ जिले के कुआरमुंडा चाडरी हरिहरपुर में 2003 में स्थापित जिले के सबसे बड़े निजी लोहा इस्पात संयंत्र आधुनिक मेटालिक को लिबर्टी ग्रुप द्वारा अधिग्रहण के बाद अच्छे दिन आने की उम्मीद थी पर स्थिति में सुधार नहीं आया है। चार दिनों से संयंत्र में उत्पादन बंद है। जिससे यहां कार्यरत 950 अधिकारियों, श्रमिकों व कर्मचारियों का भविष्य अधर में है। कार्यरत अधिकारी, श्रमिक व कर्मचारियों का वेतन, पीएफ एवं अन्य मिलाकर करीब 43 करोड़ रुपये का बकाया है। आधुनिक मेटालिक स्टाफ एंड आफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अरिंदम दत्ता, कार्यकारी अध्यक्ष चितरंजन पात्र, महासचिव समीर स्वाईं समेत अन्य लोगों ने बकाया वेतन भुगतान को लेकर कोर्ट में जाने का निर्णय लिया है। आधुनिक मेटालिक की स्थापना के समय लोगों को बड़ी उम्मीदें थी। यहां ब्लास्ट फर्नेस, कोक ओवन, सिंटर प्लांट, फेरो एलायज, एसएमएस, दो रोलिंग मिल, दो साफ्ट लोगा संयंत्र, कोल वासरी विभाग स्थापित किया गया था। संयंत्र का अपना रेलवे साइडिंग भी है। आरंभ में संयंत्र में स्थायी कर्मियों की संख्या आठ हजार से अधिक थी। यहां से उत्पादित सामग्री राज्य व बाहर भेजी जा रही थी। 2012 के बाद उत्पादन प्रभावित हुआ। श्रमिकों की छंटनी शुरू की गई। 2017 तक आते आते संयंत्र बीमार हालत में आ गया। बिजली व पानी बिल बकाया भी करोड़ों में चला गया। 2018 में अचानक संयंत्र को बंद कर दिया गया। बकाया वेतन एवं पीएफ की राशि को लेकर संघ की ओर से अदालत का दरवाजा खटखटाया गया। वहीं लिबर्टी हाउस द्वारा इसका अधिग्रहण किया गया और बकाया बिल भुगतान किया गया। यहां काम शुरू कराने के साथ ही उत्पादन बढ़ाने पर जोर दिया गया। प्रबंधन ने कुछ विभागों को चालू किया। सप्ताह भर पहले अचानक श्रमिकों की छंटनी शुरू हो गई। जिसका विरोध हुआ। धरना प्रदर्शन भी हुआ। आधुनिक मेटालिक में कार्यरत 950 अधिकारी व कर्मचारियों का मई 2018 से फरवरी 2020 तक का पीएफ व वेतन भुगतान नहीं किया गया। वहीं लिबर्टी ने भी असमर्थता जतायी गई है। बकाया भुगतान के मामले को हाइकोर्ट में जाने की बात आधुनिक मेटालिक स्टाफ एंड आफिसर्स एसोसिएशन की ओर से की गई है।

chat bot
आपका साथी