मां समलेश्वरी के धवल वेश दर्शन को उमड़े श्रद्धालु
एक वर्ष बाद फिर आराध्य देवी मां श्री समलेश्वरी की महालया के दिन श्वेत वेश में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। पूरे साल सिंदूर में पुती मां समलेश्वरी उग्र रूप में दर्शन देती हैं जबकि महालया के अवसर पर शात रूप देखा जाता है।
संसू, संबलपुर : एक वर्ष बाद फिर आराध्य देवी मां श्री समलेश्वरी की महालया के दिन श्वेत वेश में श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। मां के इस शांत रूप को देखने और पूजा करने सुबह से ही मंदिर में दर्शनार्थियों की लंबी कतार लग गई। उल्लेखनीय है कि साल भर लाल ¨सूदर में पुती मां श्री समलेश्वरी उग्र रूप में दर्शन देती हैं जबकि महालया के अवसर पर उन्हें शांत रूप देखा जाता है। इसे मां का श्वेत वेश, धवलमुखी वेश और गंगा वेश भी कहा जाता है। मां श्री समलेश्वरी के इस श्वेत वेश के लिए रविवार की शाम मंदिर के कपाट जल्दी ही बंद कर दिए गए और फिर प्रचलित रीति रिवाज, विधि-विधान के साथ उन्हें श्वेत वेश में सजाने के बाद सोमवार की सुबह मंदिर का कपाट दर्शनार्थियों के लिए खोल गया।