जागृति महिला समिति ने किया दशमती वृद्धाश्रम में सेवाकार्य

स्थानीय हाऊसिग बोर्ड कॉलोनी स्थित नारी जागृति महिला समिति की ओर से रविवार को दुर्गापाली स्थित दशमती वृद्धाश्रम का दौरा कर सेवाकार्य किया गया।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 26 Oct 2021 08:32 AM (IST) Updated:Tue, 26 Oct 2021 08:32 AM (IST)
जागृति महिला समिति ने किया दशमती वृद्धाश्रम में सेवाकार्य
जागृति महिला समिति ने किया दशमती वृद्धाश्रम में सेवाकार्य

संवाद सूत्र, संबलपुर : स्थानीय हाऊसिग बोर्ड कॉलोनी स्थित नारी जागृति महिला समिति की ओर से रविवार को दुर्गापाली स्थित दशमती वृद्धाश्रम का दौरा कर सेवाकार्य किया गया। समिति की सदस्यों ने वृद्धाश्रम में रहने वाली बुजुर्ग महिलाओं से बातचीत कर उनकी सुविधा असुविधा के बारे में जानने समेत आगामी दिनों में उनके लिए हरसंभव सहयोग का भरोसा दिया। महिला समिति की अध्यक्ष बबिता रॉय, सचिव बबिता दास समेत सतविदर कौर, सिप्रा प्रधान और अन्य वृद्धाश्रम पहुंचकर वहां रहने वालों के लिए रोजाना की जरूरत का सामान, फल और बिस्कुट आदि प्रदान किया। इस अवसर पर, वृद्धाश्रम की प्रमुख प्रमिला बहिदार समेत ऊषा प्रधान और कविता पुरोहित आदि उपस्थित रहे और महिला समिति के इस सेवाकार्य की सराहना की। राउरकेला-भुवनेश्वर रेल सेवा की अनदेखी : राउरकेला से राजधानी भुवनेश्वर तक आने जाने के लिए आवश्यक सुविधा लोगों को नहीं मिल रही है। रेलवे की उदासीनता के कारण द्वितीय इंटरसिटी एक्सप्रेस के प्रस्ताव पर विचार नहीं हो पाया है। स्मार्ट सिटी राउरकेला से राजधानी भुवनेश्वर समेत संबलपुर, कटक, पुरी, खुर्दा, ढेंकानाल, अनुगुल आदि शहरों में हर दिन लोगों का आना जाना होता है। ट्रेन नहीं होने से लोगों को भारी असुविधा हो रही है। इंटरसिटी व अन्य ट्रेनों में सीट नहीं मिलने के कारण लोगों को बस या निजी वाहन से जाना पड़ रहा है जिसमें समय अधिक लगने के साथ ही खर्च भी अधिक हो रहा है।

रेलवे को ओडिशा से सर्वाधिक राजस्व मिल रहा है इसके बावजूद आवश्यक सुविधाएं यहां लोगों को नहीं दी जा रही है। सुंदरगढ़ जिला मुख्यालय को रेल मार्ग से जोड़ने, तालचेर विमलागढ़ रेल मार्ग का निर्माण का काम धीमी गति से चल रहा है। राउरकेला से राजधानी भुवनेश्वर व अन्य बडे़ शहरों तक आने जाने के लिए ट्रेनों की संख्या काफी कम है। राज्य रानी एक्सप्रेस के दैनिक नहीं होने, इंटररिटी, तपस्विनी एक्सप्रेस में जगह कम होने के कारण लोगों को टिकट 10-15 दिन के बाद मिल रहा है। भुवनेश्वर समेत अन्य शहरों में जाने वाले 70 प्रतिशत लोगों को कनफर्म टिकट मिल रहा है जबकि अन्य लोगों को बिना कनफर्म टिकट के जाना पड़ रहा है। हर साल पर्व त्योहार के दिनों में ट्रेनों में भीड़ रहती है। दीपावली व कार्तिक पूर्णिमा को लेकर ट्रेनों में टिकट मिलना मुश्किल हो गया है। उत्तर ओडिशा रेल समन्वय समिति की ओर से इस समस्या के समाधान के लिए रेल मंत्री एवं रेल जीएम को ज्ञापन दिया गया है। द्वितीय इंटरसिटी एक्सप्रेस के चालू होने से इस समस्या का कुछ हद तक समाधान हो सकता है। राउरकेला से भद्रक तक एक इंटरसिटी एक्सप्रेस चलाने की मांग की जा रही थी वह भी नहीं चल पायी है। राउरकेला से बड़बिल होकर पुरी तक चलने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस भी बंद है। तालचेर-बिमलागढ़ रेल लाइन संग्राम समिति, उत्तर ओडिशा रेल समन्वय समिति, राउरकेला जागरण मंच समेत अन्य संगठनों की ओर से भी रेल जीएम को ज्ञापन दिया गया है।

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