अब सभी की नजर 23 मई पर टिकी
सुंदरगढ़ जिले की सुंदरगढ़ संसदीय सीट समेत सभी सात विधानसभा उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो चुका है। ऐसे में सभी की नजर 23 मई के परिणाम पर टिेक गई है।
जागरण संवाददाता, राउरकेला: सुंदरगढ़ जिले की सुंदरगढ़ संसदीय सीट समेत सभी सात विधानसभा के प्रत्याशियों के भाग्य में मतदाताओं ने जीत लिखी है या हार, इसका पता तो आगामी 23 मई को ईवीएम का पिटारा खुलने के बाद ही चल सकेगा। जिससे इन सभी सीटों पर चुनाव लड़ने वाले हैवीवेट से लेकर दलबदलू, नए सूरमा व कतिपय निर्दलीय प्रत्याशी पास होते हैं या फेल, यह जानने की उत्सुकता भी लोगों में है।
इस चुनाव में हैवीवेट प्रत्याशियों की बात करें तो सुंदरगढ़ लोकसभा में केंद्रीय मंत्री जुएल ओराम, बीजद की सुनीता बिस्वाल, कांग्रेस के जार्ज तिर्की का प्रदर्शन कैसा रहेगा, इसमें कौन जीतेगा और कौन हारेगा, इसे लेकर लोगों में उत्कंठा है। इसके अलावा सात विधानसभा सीट की बात करें तो सुंदरगढ़ सदर सीट पर बीजद के जोगेश सिंह, भाजपा की कुसुम टेटे, कांग्रेस की अमिता बिस्वाल, तलसरा में कांग्रेस के डा. प्रफुल्ल मांझी, भाजपा के भवानी भोई, बीजद के स्टीफन सोरेंग, राजगांगपुर विधानसभा में बीजद के मंगला किसान, भाजपा के नरसिंह मिज, कांग्रेस के डा. सीएस राजन एक्का, राउरकेला सीट पर बीजद के शारदा प्रसाद नायक, भाजपा के निहार राय, कांग्रेस के बीरेन सेनापति समेत निर्दलीय विकास मानसिंह, रघुनाथपाली सीट पर बीजद के सुब्रत तरई, भाजपा के जगबंधु बेहरा, कांग्रेस के प्रशांत सेठी, बीरमित्रपुर सीट पर भाजपा के शंकर ओराम, बीजद के मखलू एक्का, कांग्रेस के रोहित जोसेफ तिर्की, झामुमो के सेबियन आइंद, बणई सीट पर माकपा के लक्ष्मण मुंडा, भाजपा के अनिल बार्ला, बीजद के रंजीत किसान के अलावा आप, बसपा, हिन्दुस्तान निर्माण दल, कोसल जनता जल, कोसल क्रांति दल के प्रत्याशियों का भी प्रदर्शन कैसा रहेगा, यह जानने की बेताबी भी इन प्रत्याशियों के समर्थकों के अलावा यहां की जनता को भी है।