काफी भयावह है ब्राह्मणी ब्रिज का सफर

ब्राह्मणी ब्रिज से होकर गुजरने वाली शहर की महिलाओं के ि

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Mar 2019 11:12 PM (IST) Updated:Mon, 18 Mar 2019 11:12 PM (IST)
काफी भयावह है ब्राह्मणी ब्रिज का सफर
काफी भयावह है ब्राह्मणी ब्रिज का सफर

जागरण संवाददाता, राउरकेला : ब्राह्मणी ब्रिज से होकर गुजरने वाली शहर की महिलाओं के लिये यह सफर किसी खतरनाक व भयावह सफर से कम नहीं है। धर्म पर महिलाओं की ज्यादा आस्था होने से वे घोघड़ धाम, वेदव्यास धाम, झुंझुनु धाम ए?वं महाकाल धाम के लिये परिवार के लिये मन्नत मांगने के लिये जाना पसंद करती हैं। इसके समेत परिवार के लिये मनोरंजन एवं खुशियों का पल बिताने के लिये पिकनिक के मौसम में परिवार के साथ पितामहल डैम, कांसबाहाल डैम, मंदिरा डैम के अलावा आसपास के पर्यटन स्थलों पर जाना भी महिलायें पसंद करती हैं। लेकिन इन सभी स्थानों पर जाने के लिये ब्राह्मणी ब्रिज पार करना पड़ता है। वर्तमान इस ब्रिज की वर्तमान दुर्दशा के कारण इस ब्रिज से पार होकर जाना तथा फिर वापस आना शहर की महिलाओं के लिये किसी बुरे सपने से कम नहीं है। आइये, सुनते हैं कि शहर की महिलाओं ने ब्राह्मणी ब्रिज को लेकर क्या-क्या राय रखी।

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इस ब्रिज से सामान्य वाहन जाने से भी इसके हिलने का अहसास होता है। लेकिन यहां पर भारी वाहन भी चलते हैं। वहीं स्कूली बसों का भी आना-जाना लगा रहता है। वैसे डर तो सताता है कि कहीं कोई अनहोनी न हो जाये। जिससे इस ब्रिज के स्थान पर नया पुल का निर्माण जल्द से जल्द पूरा करना अंत्यत ही आ?वश्यक है। इस कार्य में विलंब होता है तो इससे आने वाले दिनों में कोई हादसा भी हो सकता है।

-सुनीता बोथरा, अध्यक्ष, तेरापंथ महिला मंडल।

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मेरा मायका राजगांगपुर ब्लाक के लाइंग में है। लेकिन वहां तक जाने में ब्राह्मणी ब्रिज से होकर गुजरना पड़ता है। इस ब्रिज में जाम लगने से तो राउरकेला से मायके जाने तथा वहां से आने में काफी समय लगता है। जिससे यहां पर नया ब्रिज का निर्माण जल्द से जल्द पूरा होना चाहिये।

- मोनी एक्का, गृहिणी।

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महाशिवरात्रि पर वेदव्यास में मेला लगने से बच्चों व परिवार के साथ वहां जाने का कार्यक्रम बनाने के लिये कई बार सोचना पड़ता है कि हम वहां जायें या नहीं जायें।खासकर ब्राह्मणी ब्रिज की कमजोर हालत के साथ इसमें जाम लगने के कारण कई बार कार्यक्रम कैंसल भी करना पड़ता है। यदि नया पुल का निर्माण जल्द से जल्द हो जाये तो इस समस्या का समाधान हो सकता है।

- नीलम सिंह, गृहिणी।

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घोघड़ धाम, वेदव्यास धाम, झुंझुनु धाम तक जाने के लिये ब्राह्मणी ब्रिज से होकर ही जाना पड़ता है। लेकिन ब्रिज काफी पुराना होने के साथ जाम भी अक्सर लगने से कार्यक्रम मनाने के बाद भी इस वजह से हमें यह सोचने पर मजबूर होना पड़ता है कि हम वहां जाएं या नहीं जाएं। इसके समेत ब्रिज के पार कई स्कूल भी है। जिससे इन स्कूली बच्चों की चिता भी सताती है। जिससे नया ब्रिज का निर्माण जल्द से जल्द हो तो इससे सभी का भला होगा।

- प्रियंका प्रसाद, गृहिणी।

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पर्व-त्योहार के मौके पर वेदव्यास त्रिवेणी संगम पर स्नान से पुण्य मिलता है। महाशिवरात्रि समेत अन्य पर्व के मौके पर भी भक्त यहां पहुंचते हैं। जिसमें महिलाओं की संख्या ज्यादा है। लेकिन ब्राह्मणी ब्रिज की जैसी दशा है, वैसे में वहां जाने के लिये इस ब्रिज से गुजरने के दौरान डर तो लगता ही है। जिससे नया ब्रिज का निर्माण अब सबसे बड़ी जरूरत है।

- आभा झा, गृहिणी।

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यह ब्रिज काफी पुराना हो गया है। जिससे कमजोर भी होता जा रहा है। राउरकेला से बाहर जाने का विकल्प नहीं है। हमें तो लगता है कि इस ब्रिज का निर्माण भोजन करने से भी ज्यादा जरूरी है। जिससे यहां नये ब्रिज का निर्माण जल्द से जल्द होना चाहिये।

- नीरा जिदल, अध्यक्ष, मायुमं जागृति।

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