अभिषेक हत्याकांड में पुलिस के रवैये पर असंतोष
जागरण संवाददाता, राजगांगपुर : सीमेंटनगरी राजगांगपुर में छात्र अभिषेक धनानिया के अपहरण व हत्या के
जागरण संवाददाता, राजगांगपुर :
सीमेंटनगरी राजगांगपुर में छात्र अभिषेक धनानिया के अपहरण व हत्या के मामले में पुलिस के रवैये को लेकर अंचल के लोगों में असंतोष है। पुलिस ने रामलता जंगल से मिली अज्ञात की लाश ही अभिषेक की लाश होने की पुष्टि नहीं कर सकी थी। जिस कारण जिस लाश को पुलिस ने अज्ञात समझकर दफना दिया था, वहीं लापता छात्र अभिषेक की लाश होने का पता शुक्रवार को चलने से इस हत्याकांड का खुलासा हुआ।
अभिषेक के लापता होने के बाद उसके पिता मोहन अग्रवाल अपने दोस्तों के साथ शुक्रवार को राउरकेला के जलदा में रहनेवाले किसी ओझा के पास जा रहे थे ताकि अभिषेक का पता चल सके। लेकिन राउरकेला जाते समय कांसबाहाल के एक होटल में नाश्ता करने के दौरान कांसबाहाल पुलिस चौकी के एक अधिकारी भी वहां पहुंचे थे। वहां पर बातों-बातों में 20 नवंबर को रामलता जंगल में एक अज्ञात की लाश मिलने की बात सामने आई। अभिषेक के पिता ने कांसबाहाल चौकी में जाकर उक्त लाश के कपड़े देखकर बताया कि यह अभिषेक के कपडे़ हैं। इस मामले में पुलिस ने मृतक की उम्र 35 वर्ष के आसपास बताने से यह अभिषेक की लाश होने का अनुमान नहीं लगाया जा सका था। शुक्रवार को यह अभिषेक की ही लाश होने का पता चलने से शनिवार को मजिस्ट्रेट के रूप में तहसीलदार शुभ्राबाहाल बेहुरा, एएसपी प्रमोद पटेल, एसडीपीओ सुशील कुमार पाणिग्राही, थाना प्रभारी एसपी दाश, मृत अभिषेक के परिजनों तथा स्थानीय लोगों की उपस्थिति में लिपलोई में पुलिस द्वारा दफनाई गई लाश निकाली गई। लाश के साथ मिले कपड़ों से परिजनों ने यह अभिषेक की लाश होने की पुष्टि की है, इसके बाद भी इसकी पुष्टि करने के लिए लाश को डीएनए टेस्ट के लिए संबलपुर स्थित बुर्ला भेजे जाने की सूचना है।