परिस्थिति सामान्य न होने तक हाईकोर्ट के बाहर तैनात रहेगी पुलिस

वकील गुट के बीच हुए धक्का मुक्की एवं हंगामा के चलते स्वभाविक स्थिति तक न लौटने तक परिसर में पुलिस बल तैनात रहेगी।

By BabitaEdited By: Publish:Tue, 30 Oct 2018 03:00 PM (IST) Updated:Tue, 30 Oct 2018 03:00 PM (IST)
परिस्थिति सामान्य न होने तक हाईकोर्ट के बाहर तैनात रहेगी पुलिस
परिस्थिति सामान्य न होने तक हाईकोर्ट के बाहर तैनात रहेगी पुलिस

कटक, जेएनएन। हाईकोर्ट परिसर में दो वकील गुट के बीच हुए धक्का मुक्की एवं हंगामा के चलते कोर्ट के बाहर फोर्स तैनाती पर मंगलवार को भुवनेश्वर-कटक पुलिस कमिश्नर सत्यजीत महांती ने कहा है कि हाईकोर्ट में स्वभाविक स्थिति न लौटने तक परिसर में पुलिस बल तैनात रहेगी।

पुलिस कमिश्नर श्री महांती ने कहा है कि हाईकोर्ट रजिस्टार ने कोर्ट परिसर में वकीलों के आन्दोलन को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल तैनात करने के लिए पत्र लिखा था। ऐसे में हाईकोर्ट में पुलिस बल तैनात की गई है। इसके अलावा कोर्ट परिसर में तैनात एक कांस्टेबल को रोककर पिटाई की गई है, उसे बचाने के लिए पुलिस कोर्ट परिसर में गई थी।

पुलिस कमिश्नर श्री महांती ने कहा कि जहां भी कानून व्यवस्था खराब होगी, वहां पर पुलिस प्रवेश कर सकती है। सोमवार हुई घटना में दो मामला लालबाग थाना में दर्ज किया गया है। एक मामला पुलिस कांस्टेबल को रोकने को लेकर हुआ है और दुसरा मामला आलोक नायक नामक युवक के पिता की ओर से थाना में लाया गया है। उस युवक को अभी भी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती किया गया है, जो कि वकीलों के आक्रोश का शिकाार होने की शिकायत उसके पिता द्वारा लाया गया है। दोनों मामलों में जांच अधिकारी घटना की जांच कर रहे हैं। सीसीटीवी फुटेज को भी देखा जा रहा है। दोषी के खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई होगी।

कोर्ट परिसर में पुलिस के घुसने की वजह के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर श्री महांती ने कहा कि एक पुलिस कर्मचारी को वकीलों द्वारा बंधक बनाना, दुसरी वजह एक लड़के को बंधक बनाना एवं तीसरी वजह बीजद लिगल फ्रंट के वकील जो कि कार्य में योगदान करने जा रहे थे, उन्हें सुरक्षा देने के लिए पुलिस कोर्ट परिसर में गई थी।

ठीक उसी तरह मंगलवार दोपहर 12 बजे राज्य हवलदार कांस्टेबल सिपाही महासंघ ने भी एक पत्रकार सम्मेलन बुलाकर सोमवार की घटना के बारे में जानकारी दी है। संघ के अध्यक्ष संतोष शतपथी ने बताया कि सोमवार को जिस तरह से वकीलों ने 6 पुलिस कर्मचारियों को बंधक बनाया और कई पुलिस कर्मचारियों के साथ मारपीट किए, उसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाए। पुलिस मौके पर हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार ही पहुंची थी और कर्मचारी अपनी ड्यूटी निभा रहे थे। 

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