झारखंड के कलाकारों ने जीता ओडिशावासियों का दिल
आदिवासी जनजाति समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को मंच देने उद्देश्य से इंस्टीट्यूट ऑफ मॉरल एंड कल्चरल फाउंडेशन की ओर से नगर स्थित प्रदर्शनी मैदान में आयोजित प्रदर्शनी में झारखंड आदिवासी अखाड़ा के कलाकारों ने नृत्य संगीत पेशकर ओडिशावासियों का दिल जीत लिया।
जासं, भुवनेश्वर : आदिवासी जनजाति समुदाय की सांस्कृतिक विरासत को मंच देने उद्देश्य से इंस्टीट्यूट फॉर मॉरल एंड कल्चरल ट्रे¨नग फाउंडेशन (आइएमसीटी) एवं सा परिचय प्रमोसंस प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में नगर स्थित प्रदर्शनी मैदान में आयोजित राष्ट्रीय जनजाति प्रदर्शनी 'परिचय' में झारखंड आदिवासी अखाड़ा के कलाकारों ने अपना पारंपरिक नृत्य संगीत पेश कर लोगों का दिल जीत लिया।
इन कलाकारों के ग्रुप लीडर झारखंड प्रदेश के खूंटी जिला अंतर्गत मुरहू थाना क्षेत्र के गुड़हा ग्राम निवासी सुखराम पहन के अनुसार, राजधानी भुवनेश्वर में इस तरह विभिन्न प्रांत के आदिवासी कलाकारों को बुलाकर मंच देना हम सबके लिए गर्व की बात है। हालांकि प्रदर्शनी में स्टाल लगाए सदस्यों ने बताया कि प्रदर्शनी के संदर्भ में और अधिक प्रचार-प्रसार करने की जरूरत है। लोगों की उपस्थिति अपेक्षानुरूप कम हो रही है, जिससे उनके उत्पाद एवं सामग्री ज्यादा लोगों तक नहीं पहुंच रही है।
इस अवसर पर आइएमसीटी के ओडिशा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ.मुरली मनोहर शर्मा, राजनीतिक विश्लेषक तथा भाजपा नेता स्वाधीन शतपथी सहित अनेक गणमान्य उपस्थित थे। रविवार को केंद्रीय आदिवासी कल्याण मंत्री जुएल ओराम इस प्रदर्शनी में शामिल होंगे जबकि आठ अक्टूबर को समापन समारोह में राज्य के महामहिम राज्यपाल प्रो. गणेशी लाल मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित हैं।