पुलिस ने किसानों को धरना प्रदर्शन से रोका

प्राइस, प्रेस्टिज व पेंशन की मांग को लेकर सोमवार को राज्य भर से र

By JagranEdited By: Publish:Mon, 05 Nov 2018 11:26 PM (IST) Updated:Mon, 05 Nov 2018 11:26 PM (IST)
पुलिस ने किसानों को धरना प्रदर्शन से रोका
पुलिस ने किसानों को धरना प्रदर्शन से रोका

जागरण संवाददाता, भुवनेश्वर : प्राइस, प्रेस्टिज व पेंशन की मांग को लेकर सोमवार को राज्य भर से राजधानी आ रहे किसानों को पुलिस ने भुवनेश्वर के पीएमजी चौक पहुंचने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया। किसानों का यह जत्था धारा 144 को दरकिनार कर जय किसान-जय जवान का नारा लगाते और पुलिस का बैरिकेड तोड़ते हुए जैसे ही राजधानी में घुसने का प्रयास किया, पुलिस ने हलका बल प्रयोग कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की इस कार्रवाई पर किसान नेता अक्षय कुमार ने कहा कि हम किसी प्रकार की ¨हसा करने के लिए यहां नहीं आए हैं। किसान अ¨हसा को मानते हैं और इसी के हिसाब से अपना आंदोलन जारी रखेंगे। यह हमारा पहला आंदोलन नहीं है, हमारी लड़ाई किसानों का हक मिलने तक जारी रहेगा। यदि किसानों को राजधानी में प्रवेश वर्जित है तो फिर नेताओं को भी हम गांवों में घुसने नहीं देंगे।

इससे पहले रविवार रात तमांडो एवं हंसपाल में डेरा डाले किसानों का जत्था सोमवार को जैसे ही राजधानी के लिए रवाना हुआ, खंडगिरी चौक पर पुलिस ने सैकड़ों किसानों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के दौरान एक महिला बेहोश हो गई। उधर, राजधानी के बाहर हंसपाल चौक पर किसानों का विशाल जत्था अपनी मांग को लेकर सड़क पर धरना में बैठा रहा है। पुलिस हंसपाल में ही बैरिकेड लगाकर किसानों को राजधानी की तरफ आगे बढ़ने नहीं दिया और दोपहर दो बजे के बाद एक-एक कर किसानों को गिरफ्तार कर लिया। रैली में शामिल कांग्रेस नेता प्रदीप माझी ने कहा कि सरकार पुलिस लगाकर किसानों का हक छीन नहीं पाएगी। सरकार यदि किसानों की मांग नहीं मानेगी तो फिर ओडिशा को ठप कर दिया जाएगा। राज्यभर से किसानों की यह रैली 29 अक्टूबर से भुवनेश्वर के लिए निकली थी।

सरकार ने गठित की मंत्री स्तरीय कमेटी :

किसानों के उग्र रूप को देखते हुए सरकार ने किसानों की मांग पर विचार करने के लिए वित्तमंत्री शशि भूषण बेहेरा की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। यह कमेटी टर्म ऑफ रेफरेंस तैयार करेगी। जिसके आधार पर किसानों की मांग पर चर्चा की जाएगी। कृषि, पंचायतीराज एवं समवाय मंत्री को कमेटी में सदस्य बनाया गया है। वित्तमंत्री शशि भूषण बेहेरा ने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में कई निर्णय लिया हैं। किसानों को कर्ज देने से लेकर ¨सचाई बजट को बढ़ाया गया है। किसानों के धान की कीमत देने के लिए भी विधानसभा में गृह कमेटी बनाई गई है। मुख्यमंत्री ने इस संदर्भ में केंद्र सरकार से भी चर्चा की है।

भाजपा एवं कांग्रेस ने सरकार को बताया किसान विरोधी

भाजपा एवं कांग्रेस ने राज्य सरकार को किसान विरोधी बताया है। भाजपा के राज्य अध्यक्ष बसंत पंडा ने कहा कि किसान जनतांत्रिक ढंग से आंदोलन कर रहे हैं। इसे रोकना ठीक नहीं है। राज्य सरकार किसानों को बार बार आश्वासन देकर उन्हें प्रताड़ित कर रही है। सरकार को किसानों के साथ चर्चा कर उनकी मांग पर विचार करना चाहिए। वहीं विरोधी दल के नेता नर¨सह मिश्र ने भी सरकार की कड़ी समालोचना की है।

chat bot
आपका साथी