परी के गांव पहुंची प्रदेश भाजपा प्रभारी पुरन्देश्वरी, कहा- न्याय दिलवाने तक जारी रहेगी लड़ाई

नयागड़ परी हत्या मामले में भाजपा प्रभारी पुरन्देश्वरी गुरुवार को परी के गांव जदुपुर प‍हुंची।पुरन्देश्वरी ने कहा कि राज्य सरकार भ्रम की स्थिति बनाकर ऱखना चाहती है मगर भाजपा परी के माता-पिता को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई जारी रखेगी।

By Babita kashyapEdited By: Publish:Fri, 11 Dec 2020 07:15 AM (IST) Updated:Fri, 11 Dec 2020 07:15 AM (IST)
परी के गांव पहुंची प्रदेश भाजपा प्रभारी पुरन्देश्वरी, कहा- न्याय दिलवाने तक जारी रहेगी लड़ाई
भाजपा प्रभारी पुरन्देश्वरी गुरुवार को परी के गांव जदुपुर प‍हुंची।

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। बहुचर्चित नयागड़ परी हत्या मामले में भाजपा ने राज्य सरकार पर दवाब बनाए रखने की रणनीति बनाई है। इसके अंतर्गत प्रदेश भाजपा प्रभारी पुरन्देश्वरी गुरुवार को परी के गांव जदुपुर प‍हुंची। उन्होंने परिजनों से बातचीत के बाद बताया कि परी के माता-पिता को सुरक्षा देने में नवीन पटनायक की सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। पुरन्देश्वरी ने कहा की सरकार ने एसआटी जांच के आदेश दिए हैं, मगर एसआईटी के पास जुडिशियल क्षमता न होने से इस जांच का कोई मतलब नहीं है।

 यह केवल एक सामान्य हत्या का मामला नहीं है इसमें अंग तस्करों के शामिल होने की आशंका है जिसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए एवं दोषियों को कठोर दंड मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब सरकार के एक मंत्री पर आरोप है तो सबसे पहले मंत्री को अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। अगर मंत्री इस्तीफा न दे तो मुख्यमंत्री को चाहिए कि उन्हें मंत्री परिषद से बाहर का रास्ता दिखाएं, मगर राज्य सरकार मंत्री को सुरक्षा दे रही है और मंत्री मुख्य आरोपी का संरक्षक बना हुआ है। 

 प्रदेश भाजपा प्रभारी पुरन्देश्वरी ने कहा कि परी मामले में राज्य सरकार भ्रम की स्थिति बनाकर ऱखना चाहती है मगर भाजपा परी के माता-पिता को न्याय दिलाने के लिए लड़ाई जारी रखेगी। गौरतलब है कि परी हत्या मामले में विधानसभा के शीतकालीन सत्र में जोरदार हंगामा हुआ था। विधानसभा सत्र के बाद भाजपा की एक टीम इस मसले को लेकर कई बार नयागड जाकर अपना विरोध प्रदर्शन कर चुकी है। भाजपा प्रभारी के साथ प्रदेश अध्यक्ष समीर महान्ति, कनक वर्धन सिंहदेव सहित अनेक नेता उपस्थित थे।

           उधर परी हत्या मामले में सरपंच के सुरक्षा आवेदन पर ओडिशा हाईकोर्ट ने उन्हें जिला के पुलिस अधीक्षक के पास आवेदन करने की सलाह दी है। लक्ष्मीप्रसाद के सरपंच सौम्य रंजन प्रधान ने अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताते हुए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। इस संवेदनशील मामले में राज्य सरकार के प्रभावशाली मंत्री अरुण साहू पर आरोप है कि मामले के आरोपी बाबुला नायक को सुरक्षा प्रदान कर रहे हैं।

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