ओडिशा में मानसून की टेढ़ी चाल, 22 जिलों में सूखे के हालात Bhubaneswar News
ओडिशा में सामान्य से कम बारिश होने के कारण 22 जिलाें में सूखे के हालात पैदा हो गए हैं जिससे किसान परेशान हैं।
भुवनेश्वर, जेएनएन। राज्य में मानसून की टेढ़ी चाल के चलते 30 में से तकरीबन 22 जिलों में सूखे के हालात पैदा हो गए हैं। प्रदेश के 21 जिलों में सामान्य से कम बारिश हुई है। इन जिलों में 59 फीसद से कम बारिश रिकार्ड की गई है। इसके चलते राज्य 96 ब्लाकों में स्थिति बिगड़ रही है।
प्रदेश के राजस्व व आपदा प्रबंधन मंत्री सुदाम मरांडी ने विधानसभा में इस बात की जानकारी दी है। मंत्री ने माना है कि प्रदेश में सामान्य से कम बारिश होने के कारण राज्य में सूखे जैसी स्थिति है। राज्य के स्वतंत्र राहत आयुक्त की भी रिपोर्ट सूखे के संभावित खतरे की ओर इशारा कर रही है। स्वतंत्र राहत आयुक्त का मानना है कि इस साल मानसुन बिलंब से आया है। जिसके चलते खेती किसानी में देरी हुई है। इसके साथ ही आशा के अनुरूप बारिश न होने से किसान निराश है। जिसका सीधा असर कृषि कर्म से जुड़े लोगों पर पड रहा है।
वहीं, मंत्री के अनुसार केवल कोरापुट, खुर्दा, कटक, नवरंगुर, कलाहांडी, झारसुगड़ा, पुरी, मलकानगिरी और बरगढ़ जिले में सामान्य बारिश हुई है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में बारिश की स्थिति चिंताजनक बनी हुई है। उपरोक्त जिलों के भी कई ब्लाक में कम बरसात हुई है। एक जुलाई 19 जुलाई के
बीच प्रदेश में तीन फीसद कम बारिश हुई। सावन का माह चल रहा है और किसान पानी को तरस रहे हैं। हालांकि मंत्री ने सदन को आश्वासन दिया है कि सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और एक कमेटी का गठन कर मौसम व खेती की निगरानी की जा रही है। ऐसे में देखना यह है कि राज्य सरकार ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए क्या कदम उठा रही है।
राज्य में तेज हवा के साथ बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने देश के विभिन्न हिस्सों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। विभाग ने अपनी बुलेटिन में बिहार, झारखंड, ओडिशा और सिक्किम में तेज हवाओं के साथ बारिश की संभावना जताई है। वहीं दक्षिण गुजरात, मराठवाड़ा, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, असम और मेघालय के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश के संकेत हैं। मौसम विभाग ने कहा है कि बंगाल की खाड़ी और दक्षिण पश्चिम अरब सागर में 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से तेज हवाओं के साथ ऊंची लहरें उठेंगी।