Janta Curfew: ओडिशा में सड़कों पर पसरा सन्नाटा, पांच जिलों सहित नौ शहरों में लॉक डाउन

Janta Curfew In Odisha. दुकानें व बाजार पूरी तरह से बंद रहे राजमार्गों पर सन्नाटा छाया रहा और लोगों ने खुद को अपने घरों में कैद कर लिया।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Publish:Sun, 22 Mar 2020 09:42 AM (IST) Updated:Sun, 22 Mar 2020 12:48 PM (IST)
Janta Curfew: ओडिशा में सड़कों पर पसरा सन्नाटा, पांच जिलों सहित नौ शहरों में लॉक डाउन
Janta Curfew: ओडिशा में सड़कों पर पसरा सन्नाटा, पांच जिलों सहित नौ शहरों में लॉक डाउन

जासं, भुवनेश्वर। Janta Curfew In Odisha. राजधानी भुवनेश्वर समेत पूरे प्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर कोरोना वायरस से मुकाबला के लिए आहूत जनता के लिए जनता कर्फ्यू को जनता का पूरा समर्थन मिला है। लोगों ने खुद को अपने अपने घरों में कैद कर लिया। पूरे देश में रविवार सुबह सात बजे से रात नौ बजे तक जनता कर्फ्यू का पालन किया जा रहा है। दुकान बाजार पूरी तरह से बंद रहे, राजमार्गों पर सन्नाटा छाया रहा और लोगों ने खुद को अपने घरों में कैद कर लिया। कुछेक जगहों पर यदि कुछ लोग एकत्र दिखाई भी दिए तो प्रशासन ने उन्हें घर में दुबक ने को मजबूर कर दिया। 

सुबह से ही राष्ट्रीय राजमार्ग से लेकर कालोनियों में प्रशासन की गाड़ियां लगातार चक्कर करती नजर आई। सब्जी दुकान से लेकर सभी दुकाने पूरी तरह से बंद रहीं। कुछ एक जगहों पर कुछ दुकान खुलने से वहां पर लोगों की भीड़ देखी गई, जिसे भी प्रशासन ने बंद करा दिया। अत्यावश्यक दुकानों को छोड़कर तमाम दुकान बाजार बंद रहे। सुबह चार बजे खुली ट्रेनों को छोड़ दें तो बाकी ट्रेन भी बंद रही।

पूर्वोत्तर रेलवे की 48 एक्सप्रेस तथा 93 पैसेंजर ट्रेनों को रद कर दिया गया है। इससे पूरा ओडिशा एक दम सन्नाटे में तब्दील हो गया। इक्का-दुक्का लोग जिन्हें बहुत जरूरी कार्य है को छोड़ दें लोग स्वत: ही घरों से बाहर नहीं निकले हैं। प्रधानमंत्री के आह्वान पर निजी बस मालिक संघ ने शनिवार को ही बस सेवा ठप करने का एलान कर दिया था, जिससे राज्य में 14000 बसें सड़क पर नहीं उतरी। हालांकि इसके बाद मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा लॉक डाउन की घोषणा किए जाने के कारण उक्त क्षेत्र में अब 29 मार्च के लिए बस सेवा को बंद कर दिया गया है।

सात दिवसीय लॉक डाउन की घोषणा करते हुए मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने शनिवार शाम को लोगों से अपील की थी कि जनता कर्फ्यू का पूरी तरह से समर्थन करें। मुख्यमंत्री ने साथ ही यह भी चेताया था कि जो लोग इसका अनुपालन नहीं करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। आज उसका असर भी सड़क पर देखने को मिला है। लोग स्वत: ही घर से नहीं निकले और जो निकले उन्हें प्रशासन ने घर में दुखने को मजबूर कर दिया। इस बीच राजधानी में कुछ एक जगहों पर चिकन की दुकाने खुली नजर आयी जहां पर लोगों की भीड़ भी देखी गई। ऐसे में राजधानी में चक्कर मार रही प्रशासन की गाड़ियों ने भीड़ को तितर बितर कर दिया और चिकन दुकानदार को साफ चेतावनी देते हुए कहा है कि किसी भी कीमत पर दुकान के पास भीड़ नजर नहीं आनी चाहिए।

ओडिशा के पांच जिलों के साथ नौ शहरों में संपूर्ण लॉक डाउन

कोरोना वायरस के प्रकोप से राज्य वासियों को बचाने के लिए ओडिशा की सरकार हर वो संभव कदम उठा रही है, जिससे इस बीमारी से निपटा जा सके। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आहुत जनता कर्फ्यू का समर्थन तो किया ही। साथ ही, 22 मार्च रविवार से 29 मार्च तक पांच जिला के साथ नौ शहरों में पूरी तरह से लॉक डाउन कर दिया है। वहीं, मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद रविवार को झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराज नगर शहर को जिला प्रशासन की तरफ से लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है। इस तरह से अब पांच जिलों के साथ नौ शहरों में लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है। प्रशासन साफ चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि कोई भी व्यक्ति इस लॉक डाउन का उल्लंघन करते हुए पाया गया तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। यही कारण है कि आज न सिर्फ राजधानी भुवनेश्वर बल्कि पूरे प्रदेश में सन्नाटा पसरा रहा।

इस लॉक डाउन के समय केवल बस, ट्रेन, विमान सेवा के साथ खाद्य सामग्री की दुकान, सब्जी की दुकान, मछली, मांस, अंडा, चिकन, पेट्रोल पंप एवं मेडिसीन दुकान आदि खुली रहेंगी। अत्यावश्यक द्रव्य होलसेल भी खुले रहेंगे। इन तमाम जिलों में अस्पताल, बैंक, एटीएम, म्यूंसीपाल्टी सेवा, पुलिस, दमकल वाहिनी सेवा, ओड्राफ, पेय जल एवं बिजली सेवा आदि जारी रहेगी। प्रशासनिक कार्यालय भी खुले रहेंगे।

लॉक डाउन होने वाले पांच जिले

खुर्दा, गंजाम, कटक, केन्द्रापड़ा, अनुगुल जिला शामिल हैं। इन पांच जिलों के सभी शहर एवं गांव में लगभग संपूर्ण लॉक डाउन रहेगा।

लॉक डाउन घोषित नौ शहर

संबलपुर, झारसुगुड़ा, ब्रजराजनगर, बालेश्वर, राउरकेला, भद्रक, पुरी, जाजपुर रोड, जाजपुर टाउन शामिल है।

इन जिलों व शहरों में 22 मार्च रविवार सुबह सात बजे से 29 मार्च रात आठ बजे तक प्राय: संपूर्ण लॉक डाउन किया गया है।

बरहमपुर आइटीआइ की एक टीम ने बनाया 350 बोतल हैंड सैनिटाइजर

कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए हैंड सैनिटाइजर की जरूरत सबसे ज्यादा हो रही है। ऐसे में बाजार से भी हैंड सैनिटाइजर बड़ी ही मुश्किल से मिल रहा है। ऐसे समय में बरहमपुर आइटीआइ की एक ​टीम ने सैनिटाइजर बनाकर कुछ हद तक सैनिटाइजर की किल्लत को दूर करने का प्रयास किया है।

आइटीआइ टीम ने आईजर के साथ मिलकर इसे तैयार किया है। आईजर के प्रोफेसरों की निगरानी में आईजर के लैब में 350 बोतल सैनिटाइजर तैयार किया। इनका कहना है कि यह सैनिटाइजर जिला प्रशासन को दे दिया जाएगा। कोरोना से संबंधित कार्यकलाप में सक्रिय कर्मचारियों को यह सैनिटाइजर मुहैया किया जाएगा। इनका कहना है कि कर्मचारियों को जब भी सैनिटाइजर की जरूरत होगी, वे मुहैया कराने के लिए तैयार हैं।

गौरतलब है कि ओडिशा में जब भी कोई आपदा होती है यह टीम सदैव अपना समर्थन एवं सहयोग देने को तैयार रहते हैं। केरल, गंजाम, गजपति एवं भुवनेश्वर में बाढ़ से लोगों को बचाने की मुहिम में भी इस टीम ने सहयोग का हथा बढ़ाया था। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस टीम की सराहना कर चुके हैं।

कोरोना वायरस से मुकाबले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए देश व्यापी आह्वान को पूरे प्रदेश के लोगों ने अपना पूर्ण समर्थन दिया है।

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