बादीमाल में हाथियों ने मचाया तांडव
एक बार इन्हें छत्तीसगढ़ की ओर धकेला गया था लेकिन ये फिर लौट आए और उत्पात मचाने लगे।
ब्रजराजनग, जागरण संवाददाता। हीराकुद जल भंडार के दूसरी तरफ बारापहाड़ से करीब एक महीने पूर्व लखनपुर ब्लाक में घुसे 19 हाथियों के झुंड ने कुछ दिन की शांति के बाद नजदीकी गांवों में उत्पात मचाना शुरू कर दिया है।
शुक्रवार की रात को बड़घरा डुंगरी से बादीमाल के ढीपापाड़ा का रुख करते हुए इलाके के ललित प्रधान, भागीरथी गौड़, सुभाष भोई तथा सुभाष खडिय़ा का घर तोडऩे के अलावा घरों में रखा धान चावल खा गए।
भयभीत ग्रामवासियों ने हाथियों का खदेडऩे का प्रयास करने के साथ ही मामले की सूचना वन विभाग को दी एवं विभागीय कर्मचारियों ने साइरन बजाकर हाथियों को गांव से खदेड़ा। ज्ञात हो कि महानदी में पानी कम रहने के दौरान यह झुंड लखनपुर ब्लाक में प्रवेश करने के उपरांत नदी में पानी बढ़ जाने से वापस उस ओर लौट नहीं पाया तथा ब्लाक के कुसमेल, तिलगी, बादीमाल, पुजारीपाली, पलसदा, झारुपाड़ा एवं नाचेनमुरा आदि गांवों के जंगल में डेरा जमाए हुए है।
एक बार इन्हें छत्तीसगढ़ की ओर धकेला गया था लेकिन ये फिर लौट आए और उत्पात मचाने लगे। लोगों का कहना है कि अगर पहले दिन ही इन हाथियों को वापस बारापहाड़ की ओर वन विभाग द्वारा खदेड़ दिया जाता तो आज यह नौबत नहीं आती क्योंकि पानी बढ़ जाने से अब इनको खदेडऩा संभव पर नहीं लगता।
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