Heatwave in Odisha: देश का सबसे गर्म शहर बना भुवनेश्‍वर, दिन में 11 बजे ही सड़कें हो जाती हैं वीरान

Heatwave in Odisha भुवनेश्‍वर में सूर्यदेव का प्रकोप सबसे ज्‍यादा नजर आ रहा है। देश के सबसे गर्म शहरों की टाप फाइव की सूची में प्रदेश के तीन शहर शामिल हैं। इसमें भुवनेश्वर पहले स्थान पर है जबकि दूसरे स्थान पर बारीपदा एवं पांचवें स्थान पर बालेश्वर शहर है।

By Babita KashyapEdited By: Publish:Thu, 01 Apr 2021 11:55 AM (IST) Updated:Thu, 01 Apr 2021 12:06 PM (IST)
Heatwave in Odisha: देश का सबसे गर्म शहर बना भुवनेश्‍वर,  दिन में 11 बजे ही सड़कें हो जाती हैं वीरान
राजधानी भुवनेश्वर में तापमान ने तोड़ेे अब तक सभी रिकार्ड

भुवनेश्वर, जागरण संवाददाता। राजधानी भुवनेश्वर के साथ पूरे ओड़िशा पर इन दिनों मानों सूर्यदेव विशेष रूप से मेहरबान हो गए हैं। सूर्यदेव के इस मेहरबानी का आलम यह हो गया है कि राजधानी भुवनेश्वर के साथ कई शहरों में पूर्वाह्न 11 बजे के बाद सड़कें वीरान हो जा रही हैं। बहुत ही अत्यावश्यक होने पर लोग घर से बाहर निकल रहे है। बुधवार की ही तरह गुरुवार को भी अग्नि वर्षा जारी है, गर्म हवा के थपेड़ों के साथ चिलचिलाती धूप ने आम जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया है। 

 सूर्यदेव के अग्नि बारिश का अनुमान इसी बात से लगाया जा सकता है कि राजधानी भुवनेश्वर न सिर्फ ओड़िशा व देश का सबसे गर्म शहर बना है बल्कि जब से भुवनेश्वर क्षेत्रीय मौसम विभाग केन्द्र का गठन हुआ तब से लेकर अभी तक मार्च महीने का सर्वाधिक तापमान 44.2 डिसे. बुधवार को  रिकार्ड किया गया है। गुरुवार को भी समान स्थिति देखी गई है। इससे पहले यह रिकार्ड 2016 में बना था जब यहां पारा 42.2 डिसे. रिकार्ड हुआ था। 

मौसम विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार को देश के सबसे गर्म शहरों की टाप फाइव की सूची में प्रदेश के तीन शहर शामिल हैं। इसमें भुवनेश्वर पहले स्थान पर है जबकि दूसरे स्थान पर बारीपदा एवं पांचवें स्थान पर बालेश्वर शहर है। इसके अलावा 12वें स्थान पर चांदबली शहर रहा है जहां सूर्यदेव का प्रकोप जारी है। मौसम विभान ने अगले 24 घंटे में भी भारी ग्रीष्म प्रवाह जारी रहने की चेतावनी दी है। मार्च महीने में बुधवार को भुवनेश्वर में तापमान 44.2 डिसे. रिकॉर्ड किया गया। इससे पहले 21 मार्च 2016 को भुवनेश्वर में सर्वाधिक तापमान 42.2 डिसे था। 1948 में भुवनेश्वर क्षेत्रीय मौसम विभाग केन्द्र का जब से गठन हुआ है तब से अब तक का यह सर्वाधिक तापमान है।

प्रदेश के 18 शहरों में तापमान 40 डिसे. से अधिक रिकॉर्ड किया गया है जबकि 7 जगहों पर पारा 42 डिसे.से अधिक रिकॉर्ड किया गया है। इसमें राजधानी भुवनेश्वर में 44.2 डिसे., बारीपदा में 43.6 डिसे., चांदबाली में 42.6 डिसे., तालचेर में 42.5 डिसे., मालकानगिरी में 42 डिसे., बौद्ध में 42 डिसे. तापमान रिकॉर्ड किया गया है। इसके अलावा अनुगुल में 41.7 डिसे., भवानीपाटना एवं बलांगीर में 41.5 डिसे., टिटिलागड़ एवं नयागड़ में 41.2 डिसे., सोनपुर एवं सम्बलपुर में 40.8 डिसे., कटक में 40.6 डिसे., सुन्दरगड़ एवं झारसुगुड़ा में 40.5 डिसे., रायगड़ा में 40.1 डिसे.रिकॉर्ड किया या है। 

 प्रचंड ग्रीष्म प्रवाह को देखते हुए 22 जिले में आरेंज चेतावनी

सूर्यदेव के प्रकोप को देखते हुए मौसम विभाग ने 22 जिलों में आरेंज चेतावनी जारी किया हुआ है। इन जिलों में लोगों को पूर्वाह्न 11 बजे से अपराह्न 3 बजे तक घर से बाहर ना निकलने को कहा गया है। मौसम विभाग ने कहा है कि 2 अप्रैल तक समान स्थिति बनी रहेगी। 2 अप्रैल के बाद कालबैशाखी की सम्भावना है और तापमान में 2 से 4 डिसे. तक कम होने का अनुमान है। दो दिन के लिए 18 जिलों में पीली चेतावनी जारी की गई है। शुक्रवार को गंजाम, पुरी, खुर्दा, नयागड़, जगतसिंहपुर एवं कटक जिले में पीली चेतावनी जारी की गई है। शनिवार को बालेश्वर, भद्रक, जाजपुर, केन्द्रापड़ा, कटक, जगतसिंहपुर, कोरापुट, रायगड़ा, कंधमाल, नयागड़, खुर्दा एवं गंजाम  जिले के लिए पीली चेतावनी जारी की गई है। विशेष राहत आयुक्त ने ने ग्रीष्म प्रवाह ए​वं काल बैशाखी को ध्यान में रखते हुए म्यूंसीपाल्टी कमिश्नर से लेकर सभी जिलों के जिलाधीश को सतर्क रहने को कहा है। 

 मौसम विभाग के विशेषज्ञ सुरेन्द्रनाथ पशुपालक ने कहा है कि 4 अप्रैल तक गर्मी से राहत मिलने वाली नहीं है। बीच बीच में काल बैशाखी के प्रभाव से सामयिक राहत मिल सकती है। राज्य में पश्चिम शुष्क वायु प्रवाह होने से गुरुवार को दक्षिण तटीय, केन्द्रीय एवं दक्षिण अंदरूनी ओड़िशा सर्वाधिक गर्म होगा।

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