'पकौड़ा पॉलिटिक्स' के बीच सामने अाया ये शख्स, राष्ट्रहित में करने जा रहा नेक काम

इस बार मंगेश मंगावले ने अपनी एक दिन की कमाई को सैनिकों के कल्याण के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को देने का शपथ लिया है।

By Srishti VermaEdited By: Publish:Wed, 31 Jan 2018 09:33 AM (IST) Updated:Wed, 31 Jan 2018 04:47 PM (IST)
'पकौड़ा पॉलिटिक्स' के बीच सामने अाया ये शख्स, राष्ट्रहित में करने जा रहा नेक काम
'पकौड़ा पॉलिटिक्स' के बीच सामने अाया ये शख्स, राष्ट्रहित में करने जा रहा नेक काम

मुंबई (एएनआई)। मुंबई के वड़ा पाव विक्रेता मंगेश अहिवाले एक बार फिर से अपने अच्छे कामों के लिए सुर्खियों में हैं। इस बार मंगेश मंगावले ने अपनी एक दिन की कमाई को सैनिकों के कल्याण के लिए रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को देने का शपथ लिया है। हालांकि ये पहली बार नहीं है जब उन्होंने मानव कल्याण और देश के लिए इस तरह के मानवता का परिचय दिया हो, इससे पहले भी वो इस तरह के नेक काम कर चुके हैं। आज की तारीख में वे कई भारतीयों के लिए प्रेरणास्रोत बन कर उभरे हैं। 30 जनवरी को महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उन्होंने एक नेक फैसला किया।

वड़ा पाव के दाम में की कटौती

अपने इस चैरिटेबल फैसले के लिए अहिवले ने मंगलवार को ग्राहकों के लिए वड़ा पाव के दामों में 60 फीसदी की कटौती कर दी। उनका कहना था कि उसने वड़ा पाव के दाम इसलिए कम कर दिए ताकि सभी लोग इसे खरीदने में सक्षम हों। जानकारी के मुताबिक, जो वड़ा पाव वे 14 रुपए में बेचते थे वे उन्हें 5 रुपए में बेचे।

एक दिन की कमाई सेना को समर्पित

अहिवले ने मीडिया से बातें करते हुए कहा, सैनिकों के कल्याण की दिशा में मेरी तरफ से ये एक छोटी सी शुरुआत है ताकि इसके बाद लोग देश की सीमा पर तैनात हमारी सेना का सम्मान करें। हमने वड़ा पाव का मूल्य घटा कर 5 रुपए कर दिया है ताकि गरीब से गरीब भी इसे खरीद सके। उन्होनें आगे कहा कि इस तरह से एक दिन की पूरी कमाई बुधवार तक रक्षा मंत्री को वे भेज देंगे।

26 जनवरी और 15 अगस्त के अलावा भी याद करें 

मंगेश ने आगे कहा कि उन्होंने ऐसा निर्णय तब लिया जब उन्हें ये एहसास हुआ कि लोग हमारे सैनिकों को बस 15 अगस्त और 26 जनवरी को ही याद करते हैं। मेरा मानना है कि हर एक भारतीय को हमारे सैनिकों का सम्मान करना चाहिए और मैं भी उन भारतीयों में से एक हूं। अक्सर देखा जाता है कि 26 जनवरी और 15 अगस्त के अलावा बाकी दिन उन सैनिकों को भुला दिया जाता है। ये मेरी तरफ से एक छोटी सी शुरुआत है ताकि अब लोग हर दिन उन्हें याद कर सकें।

पहले भी कर चुके हैं ऐसे नेक काम

बता दें कि ये वड़ा पाव विक्रेता इससे पहले भी इस तरह की पहल की शुरुआत कर चुके हैं। महाराष्ट्र के मराठवाड़ा और विदर्भ क्षेत्रों में सूखे की मार से पीड़ित किसानों की मदद के लिए अहिवले ने 2015 में 20,000 रुपए की दान की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में जमा करा चुके हैं। इसके अलावा उन्होंने पिछले साल भी एल्फिंस्टन स्टेशन पर हुए भगदड़ में मारे गए लोगों की मदद के लिए भी मानवता का परिचय दिया था।

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