केरल में अब राहत शिविरों में रहने वालों के पुनर्वास पर ध्यान

राज्यभर में 2,770 शिविरों में 10.40 लाख से ज्यादा लोग अब भी रह रहे हैं।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Fri, 24 Aug 2018 09:30 PM (IST) Updated:Fri, 24 Aug 2018 09:30 PM (IST)
केरल में अब राहत  शिविरों में रहने वालों के पुनर्वास पर ध्यान
केरल में अब राहत शिविरों में रहने वालों के पुनर्वास पर ध्यान

 तिरुअनंतपुरम, प्रेट्र। केरल में बाढ़ का पानी कम होने के बाद अब ध्यान राहत शिविरों में रह रहे 10.40 लाख से ज्यादा लोगों की देखभाल करने और उनके पुनर्वास पर है। विनाशकारी बारिश में बहुत से लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। देश और विदेश से लोगों ने मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में सामान और नकद दान देकर राज्य की मदद की है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गुरुवार रात तक कुल 539 करोड़ रुपये प्राप्त हुए।

केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने शुक्रवार को कहा कि बाढ़ राहत सहायता देने के लिए उनके राज्य को भिन्न रूप से लिया जाना चाहिए। इसका कारण यह है कि जो क्षति इस राज्य को हुई है उसकी तुलना किसी दूसरे राज्य से नहीं की जा सकती। विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन से हुई क्षति का ब्योरा देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रारंभिक आकलन में करीब 20,000 करोड़ रुपये की क्षति हुई है। यह 2018-19 में राज्य की वार्षिक योजना के आकार के बराबर है।

 गंदगी, जहरीले कोबरा और कीड़े से भरे हैं घर 
 राहत शिविरों से लोगों ने घर लौटना शुरू कर दिया है। राज्यभर में 2,770 शिविरों में 10.40 लाख से ज्यादा लोग अब भी रह रहे हैं। बाढ़ का पानी कम होने के बाद पिछले पांच दिनों में करीब पांच लाख लोग अपने घर वापस चले गए। लौटने वाले लोगों के सामने अपने घर को साफ करने की बड़ी चुनौती है। घर जहरीले कोबरा समेत विभिन्न प्रजाति के कीड़ों के साथ गंदगी से भरे हैं।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरकार की इस सप्ताह के अंत तक सार्वजनिक स्थानों तथा मकानों की पूरी तरह से सफाई की योजना है। काम में सहायता देने के लिए वार्ड स्तर पर विशेष दल गठित किए जाएंगे।

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