ब्रिटेन सरकार के पास गांधी प्रतिमा के लिए पैसा नहीं !

अनिवासी भारतीय उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने कहा कि उन्हें इस बात का बेहद दुख है कि यहां पार्लियामेंट स्क्वेअर में महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने को ब्रिटिश सरकार के पास मामूली रकम भी नहीं हैं। अब इसके लिए रकम चंदे के रूप में जुटाने को कहा गया है।

By anand rajEdited By: Publish:Mon, 24 Nov 2014 08:30 AM (IST) Updated:Mon, 24 Nov 2014 09:52 AM (IST)
ब्रिटेन सरकार के पास गांधी प्रतिमा के लिए पैसा नहीं !

लंदन। अनिवासी भारतीय उद्योगपति लॉर्ड स्वराज पॉल ने कहा कि उन्हें इस बात का बेहद दुख है कि यहां पार्लियामेंट स्क्वेअर में महात्मा गांधी की प्रतिमा लगाने को ब्रिटिश सरकार के पास मामूली रकम भी नहीं हैं। अब इसके लिए रकम चंदे के रूप में जुटाने को कहा गया है।

ब्रिटिश राज के खिलाफ अहिंसक आंदोलन के जरिए गांधीजी ने भारत को आजादी दिलाई थी। स्वराज पॉल ने सवाल उठाया कि चांसलर जॉर्ज ओसबर्न और तत्कालीन विदेश मंत्री विलियम हेग ने भारत यात्रा के दौरान अति उत्साह में इस प्रतिमा की स्थापना की घोषणा क्यों की थी? बाद में हमें पता चला कि प्रतिमा स्थापना के लिए हमें चंदा करना पड़ेगा। स्वराज पॉल भी बड़े दानी हैं। 1992 में लंदन चिड़ियाघर बंद होने से बचाने को उन्होंने दस लाख पौंड दान किया था। उन्होंने कहा कि गांधीजी की प्रतिमा तो वहां होनी ही चाहिए। लेकिन मुझे इस बात का दुख है कि ब्रिटिश सरकार के पास इसके लिए थोड़ा धन भी नहीं है। अगर भारतीय दस लाख पौंड जुटा सकते हैं तो क्या ब्रिटिश सरकार थोड़ा पैसा भी नहीं लगा सकती?

स्वराज पॉल ने कहा कि वे 100 फीसद ब्रिटिश हैं और 100 फीसद भारतीय भी हैं। ब्रिटिश होने के नाते उन्हें लगता है कि देश की सरकार दूसरी कई चीजों पर बहुत सारा पैसा बर्बाद करती है लेकिन वह इस प्रतिमा के लिए पैसा नहीं दे सकती। उन्होंने कहा- मैं चाहता हूं कि भारत के प्रति ऐसी कृतज्ञता दिखाई जानी चाहिए और ऐसे व्यक्ति के प्रति सम्मान प्रकट करना चाहिए जिसने विश्व के इतिहास में पहली बार दिखा दिया कि बिना रक्तपात के भी आजादी हासिल की जा सकती है। मेरी भावना यही है कि आप किसी को तोहफा देकर उसकी कीमत मत मांगिए।

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