पांच साल बाद आतंकियों के चंगुल से छूटे तासीर ने पहली बार बयां किया दर्द

अल कायदा से जुड़े एक आतंकी संगठन द्वारा अगवा किए जाने के पांच वर्ष बाद अपने घर सकुशल लौटे तासीर ने अपना दर्द बयां किया। उसने बताया क‍ि आतंकियों ने उसके पांव के नखून खींच डाले।

By Kamal VermaEdited By: Publish:Tue, 17 May 2016 05:04 PM (IST) Updated:Tue, 17 May 2016 08:23 PM (IST)
पांच साल बाद आतंकियों के चंगुल से छूटे तासीर ने पहली बार बयां किया दर्द

इस्लामाबाद (पीटीआई)। आतंकियों के चंगुल से करीब पांच वर्ष बाद छूटे पाकिस्तान के पूर्व गवर्नर के बेटे ने अपने ऊपर हुुए अत्याचारों का खुलासा किया है। शाहबाज तासीर नाम के इस युवक का कहना है कि उसको इस्लामिक मूवमेंट ऑफ उजबेकिस्तान के आतंकियों ने वर्ष 2011 में लाहौर से अगवा कर लिया था। उसको अगवा करने के बाद आतंकियों ने उसे पाकिस्तान के कबिलाई इलाके और अफगानिस्तान केे कई इलाकों में बंधक बना कर रखा। तासीर के पिता की पहले ही हत्या कर दी गई थी।

तासीर का कहना है कि वह अपने घर जाने की उम्मीद पूरी तरह से खो चुका था। उसको ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी कि वह अब कभी अपने परिवार से दोबारा मिल भी सकेगा। उसके मुताबिक यह आतंकी संगठन अलकायदा से जुड़ा था और पाकिस्तान के कराची एयरपोर्ट पर वर्ष 2014 में हुए आतंकी हमले में इसका हाथ था।

ताासीर के मुताबिक कई जगहों पर उसको रखने के दौरान आतंकियों ने उसको कई तरह की यातनाएं भी दीं। उसपर दवाब डाला गया कि वह अपने घर पर बात कर सरकार पर दबाव बनवाए। उनकी बातें न मानने पर आतंकी उसके नाखून को खींचते और उसकी कमर पर नुकीलेे हथियारों वार करते थे। और चिल्लाने पर उसके जख्मों पर नमक छिड़क दिया जाता था। वह यहीं पर ही नहीं रुकते थे। आतंकी उसके मुंह पर थूकते और कई दिनों तक उसको खाना तक नहीं देते थे।

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आतंकियों से रिहाई के बाद एि अपने पहले इंटरव्यू में उन्होंने बताया कि शुरुआत में वह कोड़े से मारते थे। तसीर बताते हैं कि उसका जिंदा सकुशल वापस आना किसी जीत से कम नहीं है। यह उनके धैर्य बनाए रखने का ही नतीजा था कि वह उनके चंगुल से वापस आ सके। सकुशल वापस आने पर उसके परिजन उसको हिम्मतवाला और हीरो बताते हैं। उनके मुताबिक उन्होंने अपने धैर्य से काफी कुछ सीखा है।

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