असैनिक परमाणु सहयोग की पूर्ण क्षमताओं के उपयोग करेंगे भारत-अमेरिका
यह रिएक्टर अमेरिकी वेस्टिंगहाउस इलेक्टि्रक कंपनी भारत के परमाणु ऊर्जा निगम के साथ मिलकर लगाएगी।
वाशिंगटन, प्रेट्र। भारत और अमेरिका ने वाणिज्यिक असैन्य परमाणु सहयोग की अपनी पूरी क्षमताओं के उपयोग और ऊर्जा क्षेत्र में संबंधों को और मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच वार्ता के बाद व्हाइट हाउस ने एक बयान जारी कर बताया कि अनुबंध के जरिये भारत के आंध्र प्रदेश में छह परमाणु रिएक्टर लगाए जाएंगे। जब यह परियोजना पूरी हो जाएगी तो इससे करोड़ों भारतीय नागरिकों को निर्बाध बिजली उपलब्ध हो सकेगी। यह रिएक्टर अमेरिकी वेस्टिंगहाउस इलेक्टि्रक कंपनी भारत के परमाणु ऊर्जा निगम के साथ मिलकर लगाएगी।
पत्रकारों से बातचीत में राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, 'जैसे-जैसे भारतीय अर्थव्यवस्था में वृद्धि होगी, हम ज्यादा से ज्यादा अमेरिकी ऊर्जा का निर्यात करना चाहेंगे। इसमें अमेरिका से प्राकृतिक गैस की खरीद का दीर्घकालीन समझौता शामिल है। इस पर अभी सौदेबाजी हो रही है, लेकिन हम इस पर जल्द ही हस्ताक्षर करेंगे। हम थोड़ी ज्यादा कीमत हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं।'
मालूम हो कि भारतीय ऊर्जा कंपनियों ने अमेरिका में उत्पादित तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) के लिए 30 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा के दीर्घकालीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए हैं।
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