मुंबई, इलाहाबाद के प्रदूषण को चीन ने अपने विज्ञापनों में दिखाया

चीन ने मुंबई और इलाहाबाद सहित कई अन्य देशों के शहरों की प्रदूषण समस्या को दिखाने वाले विज्ञापन सार्वजनिक स्थलों पर लगाए हैं। उसने अपने नागरिकों को जलवायु परिवर्तन के खतरे की चेतावनी देने और भविष्य में कार्बन उत्सर्जन में कमी को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया है।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Mon, 06 Jul 2015 06:22 PM (IST) Updated:Mon, 06 Jul 2015 06:41 PM (IST)
मुंबई, इलाहाबाद के प्रदूषण को चीन ने अपने विज्ञापनों में दिखाया

बीजिंग । चीन ने मुंबई और इलाहाबाद सहित कई अन्य देशों के शहरों की प्रदूषण समस्या को दिखाने वाले विज्ञापन सार्वजनिक स्थलों पर लगाए हैं। उसने अपने नागरिकों को जलवायु परिवर्तन के खतरे की चेतावनी देने और भविष्य में कार्बन उत्सर्जन में कमी को प्रोत्साहित करने के लिए ऐसा किया है। दुनिया में चीन सबसे ज्यादा कार्बन उत्सर्जन करने वाला देश है।

इन विज्ञापनों को सड़कों और वांगफुजिंग सिटी सेंटर जैसे प्रमुख सार्वजनिक स्थलों पर प्रमुखता से लगाया गया है। एक विज्ञापन में मुंबई में प्लास्टिक के कचरे के ढेर पर कुछ लड़कों को क्रिकेट खेलते दिखाया गया है। इस पर लिखा है कि मुंबई में समुद्र तट पर प्लास्टिक के कचरे भर गए हैं। युवाओं को खेलने के लिए स्थान नहीं है, इसलिए वे कचरे के ढेर पर खेल रहे हैं। एक अन्य विज्ञापन में कार्बन प्रयोग कम का संदेश देते हुए कहा गया है कि इलाहाबाद में रेत की आंधी के चलते दृश्यता इतनी कम हो गई कि पैदल चलने वाले लोग एक दूसरे को देख नहीं पाए। इसके साथ जो तस्वीर लगाई गई, उसमें 'गंगा बचाओ' अभियान के पोस्टर के सामने चार लोगों को रेत की आंधी में फंसा दिखाया गया है। विज्ञापनों पर अंग्रेजी और चीनी भाषाओं में संदेश लिखे गए हैं।

चीन कार्बन उत्सर्जन में कटौती लाने को प्रतिबद्ध है। प्लास्टिक के कचरे और रेत की आंधी को दिखाकर पर्यावरण के समक्ष चुनौतियों को दर्शाया गया है। साथ ही इनका सामना करने के लिए सुझाव भी दिए गए हैं।

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