पटरी से उतर सकती है चीन के आर्थिक सुधारों की रफ्तार
चीन के शेयर बाजार में लगातार जारी गिरावट अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। सरकार के आर्थिक सुधारों पर भी इसका असर पड़ सकता है। 12 जून से शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 29 फीसद टूट चुका है। इससे निवेशकों की संपत्ति के मूल्य को तीन हजार अरब डॉलर (1,80,000 अरब
बीजिंग। चीन के शेयर बाजार में लगातार जारी गिरावट अर्थव्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। सरकार के आर्थिक सुधारों पर भी इसका असर पड़ सकता है। 12 जून से शंघाई कंपोजिट इंडेक्स 29 फीसद टूट चुका है।
इससे निवेशकों की संपत्ति के मूल्य को तीन हजार अरब डॉलर (1,80,000 अरब रुपये से अधिक) का नुकसान हुआ है। इसने इस उम्मीद को भी ध्वस्त कर दिया है कि शेयर बाजार नई कंपनियों (स्टार्टअप) के लिए फंड जुटाने के मामले में प्रभावी जरिया बन सकते हैं।
विशेषज्ञों के हवाले से हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने रिपोर्ट दी कि शेयर बाजार में गिरावट अर्थव्यवस्था के लिए कड़वी दवा है। यदि इससे पॉलिसीमेकर्स को प्रधानमंत्री ली कछ्यांग की धीमी, मजबूत आर्थिक विकास की नई सामान्य वृद्धि की योजना पर फिर से गौर करने को मजबूर होना पड़ा तो यह उनके लिए एक बड़ा झटका होगा। साल 2013 में दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की कमान संभालने के बाद ली ने टेक्नोलॉजी स्टार्टअप की खातिर पूंजी बाजार को आकर्षक बनाया।
शेयर बाजार में 12 जून से 29 फीसद की गिरावट ने निवेशकों का मनोबल बुरी तरह से गिरा दिया है। चीन के शेयर बाजार नियामक की भी इस गिरावट ने नींद उड़ा दी है। उसने बाजार में जोड़तोड़ की गतिविधियों की जांच शुरू कर दी है।