गलत साबित होंगे पिछड़ने की बात कहने वाले
प्रधानमत्री मनमोहन सिह ने विश्वास जताया कि देश की अर्थव्यवस्था मौजूदा कठिनाईयों को पार कर जाएगी और भारतीय अर्थव्यवस्था के पिछड़ने की बात करने वाले गलत साबित होगे।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने विश्वास जताया कि देश की अर्थव्यवस्था मौजूदा कठिनाईयों को पार कर जाएगी और भारतीय अर्थव्यवस्था के पिछड़ने की बात करने वाले गलत साबित होंगे।
मनमोहन ने संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के दूसरे कार्यकाल के तीन वर्ष की प्रगति रिपोर्ट की भूमिका में कहा कि विश्व अर्थव्यवस्था के मुश्किल भरे इस दौर में भारतीय अर्थव्यवस्था ने पूरी कुशलता से काम किया है, अधिकांश देश मंदी और बहुत से देश सामाजिक उथल पुथल से गुजर रहे हैं, जिसका प्रभाव हमारे देश पर भी पड़ा है। बावजूद इसके 2011-12 में हमारी आर्थिक वृद्धि दर सात प्रतिशत रही जो विश्व में सर्वाधिक ऊंची दरों में से एक है।
उन्होंने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि कठिनाईयों के बावजूद हम पहले की ही तरह उन लोगों को गलत साबित कर देंगे जो भारतीय अर्थव्यवस्था के पिछड़ने की बात करते हैं। उन्होंने देश को अपने किसानों, श्रमिकों, उद्यमियों, इंजीनियरों और वैज्ञानिकों की मेहनत, प्रतिभा और कुशलता का भरोसा रखने की अपील की।
मनमोहन ने कहा कि विगत सात वषरें की तरह हमने पिछले वर्ष भी जनता की आकांक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कड़ा परिश्रम किया और अपने लक्ष्यों के संदर्भ में हमनच् अच्छी प्रगति की है।
उन्होंने कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता देशवासियों की आर्थिक सुरक्षा और उनके कल्याण को सुनिश्चित करना है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अर्थव्यवस्था का मजबूत सेवा क्षेत्र 9 प्रतिशत से ज्यादा की वृद्धि दर बनाए हुए है और अच्छी नौकरियां उपलब्ध करा रहा है। उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र की तीव्र प्रगति का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ रहे दूरसंचार बाजारों की श्रेणी में दूसरे नंबर पर बना हुआ है। पिछले वर्ष लगभग 10 करोड़ नए टेलीफोन कनेक्शन दिए गए जिनमें चार करोड़ से अधिक कनेक्शन गांव में दिए गए। वर्ष के दौरान 62 हजार से भी अधिक गांवों को ग्रामीण सार्वजनिक टेलीफोन से जोड़ा गया।
उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र इस वर्ष 100 अरब डालर के महत्वकांक्षी आंकड़े को पार कर गया है। पर उन्होंने इसके साथ ही सचेत किया कि अगर सेवा क्षेत्र की तीव्र वृद्धि को बनाए रखना है तो अभी बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। उन्होंने सेवा क्षेत्र के लिए उपयुक्त कुशल श्रमिकों की कमी का उल्लेख करते हुए कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख क्षेत्रों में होने वाले व्यापक विस्तार के लिए हमें जिस संख्या में योग्य श्रम शक्ति की जरुरत है, उसके लिए हमें च्च्च शिक्षा और कौशल विकास का ढांचा और मजबूत बनाना होगा।
सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना का लाभ अब हर पांच में से एक परिवार को मिल रहा है और इस योजना के जरिए 97 हजार डाकघरों में पांच करोड़ से अधिक खाते खोले गए हैं।
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