बिहार और असम में बाढ़ से और बिगड़े हालात, पंजाब में टूटा रिकार्ड, 64 की मौत, 70 लाख लोग प्रभावित

बिहार में बाढ़ से मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 47 हो गया है। वहीं पंजाब में हुई भारी बारिश ने तीस साल का रिकार्ड तोड़ दिया है जबकि असम के 33 में से 30 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Publish:Wed, 17 Jul 2019 08:20 AM (IST) Updated:Wed, 17 Jul 2019 08:47 AM (IST)
बिहार और असम में बाढ़ से और बिगड़े हालात, पंजाब में टूटा रिकार्ड,  64 की मौत, 70 लाख लोग प्रभावित
बिहार और असम में बाढ़ से और बिगड़े हालात, पंजाब में टूटा रिकार्ड, 64 की मौत, 70 लाख लोग प्रभावित

नई दिल्ली, ब्‍यूरो/एजेंसी। Flood in many parts of India देश में बाढ़ से हालात और बिगड़ते जा रहे हैं। खासकर उत्तर और पूर्वोत्‍तर भारत में स्थितियां काबू से बाहर होती जा रही हैं। बिहार में बाढ़ और जलजनित हादसों में मरने वालों का आंकड़ा बढ़कर 47 हो गया है। वहीं पंजाब में मंगलवार को बारिश का तीस साल का रिकार्ड टूट गया। असम के 33 में से 30 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। राज्‍य में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है और 45 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। मिजोरम में भी बाढ़ की स्थिति काफी खराब है। राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं से असम, उत्तर प्रदेश, त्रिपुरा और मिजोरम में बाढ़ प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य करने को कहा है। 

एनडीआरएफ की 19 टीमें भेजने के निर्देश
बिहार में सीतामढ़ी, दरभंगा, मधुबनी, बेतिया में कई तटबंध टूटने से पानी कई नए इलाकों में घुस गया है। कटिहार में महानंदा उफान पर है। केंद्रीय गृहराज्य मंत्री नित्यानंद राय ने राज्य में एनडीआरएफ की 19 टीमें भेजने का निर्देश दिया है। बताया कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस संबंध में अधिकारियों से बात की है और जरूरी दिशा निर्देश दिए हैं। बिहार में बाढ़ से करीब 25 लाख लोग प्रभावित हैं। सीतामढ़ी जिले में बागमती, लखनदेई, लाल बकेया और अधवारा समूह की नदियों का कहर जारी है। लोग हाईवे, प्रमुख सड़क, स्कूल और रेलवे पटरी पर तंबू लगा कर रह रहे हैं।

दरभंगा, मधुबनी व बेतिया में तटबंध टूटे
मंगलवार को सीतामढ़ी शहर के नए इलाकों में पानी घुस गया। दरभंगा में रेल पुल के समीप खिरोई नदी का पश्चिमी तटबंध ध्वस्त हो गया है। दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड पर परिचालन ठप है। दरभंगा, मधुबनी व बेतिया में कई तटबंध टूट गए हैं। कटिहार में महानंदा उफान पर है। बेतिया में सिकरहना नदी पर बने जमींदारी बांध के ऊपर पानी बह रहा है। आधा दर्जन गांवों का सड़क संपर्क टूट गया है। मोतिहारी में लालबकेया व सिकरहना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। दरभंगा में खिरोई नदी का पश्चिमी तटबंध सोमवार रात करीब तीन बजे मिल्की गांव के सामने ध्वस्त हो गया जिससे 16 पंचायतें बाढ़ से प्रभावित हैं।

काजीरंगा नेशनल पार्क का 90 फीसद हिस्सा डूबा 
असम में ब्रह्मपुत्र समेत राज्य की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं। काजीरंगा नेशनल पार्क का 90 फीसद हिस्सा पानी में डूब गया है। इससे शिकार रोकने के लिए बनाई गई 199 में से 155 चौकियां प्रभावित हुई हैं, जिसके चलते पार्क प्रशासन को रात-दिन चौकसी बरतनी पड़ रही है। वन रक्षकों के अलावा एसडीआरएफ की टीम भी पार्क की सुरक्षा में लगी है। काजीरंगा नेशनल पार्क दुनिया भर में गैंडे की सबसे ज्यादा आबादी के लिए जाना जाता है। केंद्र ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया कोष को 251.55 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। राज्य में बाढ़ से सभी 33 जिलों में हालात खराब हो गए हैं।  

पंजाब में भी बुरे हालात
पंजाब के बठिंडा में मंगलवार को रिकॉर्ड तोड़ 178 मिमी बारिश हुई और तीस साल का रिकॉर्ड टूट गया। इससे पहले ब¨ठडा में 19 सितंबर 1988 को 130 एमएम बारिश हुई थी। 20 जुलाई तक तेज बारिश के आसार हैं। मंगलवार को मालवा के कई जिलों में बठिंडा, मुक्तसर पटियाला, बरनाला, संगरूर, फरीदकोट, मानसा और लुधियाना में भी तेज बारिश हुई। बठिंडा में सड़कें तालाब बन गईं और घरों में पानी घुस गया। पटियाला में तीन से हो रही तेज बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात हैं। लुधियाना जिले में सतलुज दरिया के साथ लगते हलकों में अलर्ट जारी किया गया है। बठिंडा के भगता भाईका में संत महेश मुनि जी गोशाला की छत गिरने से 35 गायों की मौत हो गई व 30 गंभीर जख्मी हो गई।

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