मानसून से पहले केंद्र सरकार हुई सक्रिय, गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के राहत आयुक्तों के साथ की समीक्षा बैठक

Union Home Secretary Ajay Bhalla केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने बैठक में सभी राज्यों के राहत आयुक्तों के साथ आने वाले दिनों में मानसून के मुद्दे पर कैसे राज्यों की मदद की जा सकती है इसपर चर्चा की।

By Mahen KhannaEdited By: Publish:Wed, 18 May 2022 12:37 PM (IST) Updated:Wed, 18 May 2022 12:37 PM (IST)
मानसून से पहले केंद्र सरकार हुई सक्रिय, गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के राहत आयुक्तों के साथ की समीक्षा बैठक
गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों के राहत आयुक्तों के साथ बैठक की।

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। देश में मानसून कई राज्यों में पहुंच चुका है। कई राज्यों में इस बार भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। इस बीच इसके मद्देनजर केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला (Union Home Secretary Ajay Bhalla) ने आज सभी राज्यों के राहत आयुक्तों की वार्षिक समीक्षा बैठक की है। इस बैठक का उदेश्य केवल यह था कि आने वाले दिनों में केंद्र मानसून के मुद्दों पर कैसे राज्यों की मदद कर सकता है। दिल्ली के विज्ञान भवन में हुई बैठक में पिछली आपदाओं से सीखे गए सबक पर भी चर्चा की गई। 

ओडिशा में जल्द दस्तक देगा मानसून

मौसम विशेषज्ञों की मानें तो इस बार ओडिशा में मानसून जल्दी दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग के अनुसार केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत सामान्य से पहले हो सकती है। इस बीच मानसून अंडमान के ऊपर पहुंच गया है और जल्द आगे बढ़ने की संभावना है। वहीं इस साल, केरल में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत 27 मई को होने की संभावना है। केरल के तट से टकराने के बाद मानसून को ओडिशा पहुंचने में आमतौर पर 10 से 12 दिन लगते हैं। 

दिल्ली में भी बारिश का अनुमान

राष्ट्रीय राजधानी में भी बुधवार को आंशिक रूप से बादल छाए रहने और हल्की बारिश का अनुमान है और अधिकतम तापमान 42 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। मौसम पूर्वानुमानकर्ताओं ने कहा कि अगले कुछ दिनों में अधिकतम तापमान में वृद्धि और 45 डिग्री तक पहुंचने का अनुमान है। बता दें कि दिल्ली के बेस स्टेशन सफदरजंग वेधशाला में न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। गौरतलब है कि  दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो इस साल अब तक का सबसे अधिक तापमान है।

वहीं दूसरी ओर असम और कर्नाटक में पहले ही तेज बारिश हो रही है। असम में तो हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं। वहां 50000 से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हुए हैं। से लोग काफी परेशानी का सामना कर रहे हैं। 

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