विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर हो सकती है और देरी, ब्रिटेन हाई कमीशन ने दी जानकारी

माल्या के प्रत्यर्पण पर ब्रिटेन हाई कमीशन ने गुरुवार को कहा अभी इस दिशा में एक और कानूनी मुद्दा सुलझाना बाकी है हालांकि इसे गोपनीय बताते हुए इस मुद्दे की जानकारी नहीं दी गई।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 03:52 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 03:55 PM (IST)
विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर हो सकती है और देरी, ब्रिटेन हाई कमीशन ने दी जानकारी
विजय माल्या के प्रत्यर्पण पर हो सकती है और देरी, ब्रिटेन हाई कमीशन ने दी जानकारी

नई दिल्ली, एएनआई। भगोड़ा शराब कारोबारी विजय माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर भारत पूरी कोशिश कर रहा है, लेकिन फिलहाल अभी इसमें थोड़ी और देरी होती हुई दिख रही है। माल्या के प्रत्यर्पण पर ब्रिटेन हाई कमीशन ने गुरुवार को कहा अभी इस दिशा में एक और कानूनी मुद्दा सुलझाना बाकी है, हालांकि इसे गोपनीय बताते हुए इस मुद्दे की जानकारी नहीं दी गई। कमीशन की ओर से कहा गया है कि विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में एक और कानूनी मुद्दा सुलझाना बाकी है, जो गोपनीय है।

ब्रिटिश हाई कमीशन ने बताया कि विजय माल्या को तबतक प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता, जब तक कि यह कानूनी मामला न सुलझा लिए जाए। उनकी तरफ से जोर दिया गया कि यह मुद्दा काफी गोपनीय है। कमीशन के एक प्रवक्ता ने बताया कि विजय माल्या ने पिछले महीने प्रत्यर्पण के खिलाफ अपनी अपील खो दी वहीं, उन्हें ब्रिटिश सुप्रीम कोर्ट भी नहीं जाने दिया गया। हालांकि, इसके बाद भी एक कानूनी मुद्दा है, जिसे प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू करने से पहले सुलझाना जरूरी है।

Under UK law, extradition can't take place until legal issue resolved.The issue is confidential & we can't go into any detail.We can't estimate how long this issue will take to resolve. We are seeking to deal with this as quickly as possible: British High Commission in India Spox https://t.co/g5KiuUqsRu" rel="nofollow

— ANI (@ANI) June 4, 2020

प्रवक्ता ने कहा कि ब्रिटेन के कानून के हिसाब से यह मुद्दा जब तक नहीं सुलझ जाता, तबतक प्रत्यर्पण नहीं हो सकता। यह मुद्दा गोपनीय है और इसकी जानकारी नहीं दे सकते। हम इसका अनुमान भी नहीं दे सकते कि यह मामला सुलझाने में कितना वक्त लगेगा। हम इससे जल्दी से जल्दी निपटने की कोशिश कर रहे हैं।

हालांकि, बता दें कि भारत ने अभी दो हफ्ते पहले ही मामले में जानकारी दी थी कि नई दिल्ली की ओर से ब्रिटेन को किए गए माल्या के प्रत्यर्पण के अनुरोध के खिलाफ शराब कारोबारी सारे कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर चुका है। भारत सरकार ने कहा था कि नई दिल्ली माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर ब्रिटेन की सरकार के साथ लगातार संपर्क बनाए हुए है। 21 मई को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा था कि भारत सरकार उसकी प्रत्यर्पण प्रक्रिया के अगले चरण के लिए ब्रिटेन के साथ संपर्क बनाए हुए है।

बता दें कि विजय माल्या पर भारत के कई बैंकों से 9000 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी और मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया गया, लेकिन वो व्यक्तिगत कारण बताकर मई 2016 में भारत से भाग गया था। तब से वह ब्रिटेन में ही रह रहा है।

माल्या ने कम से कम 17 भारतीय बैंकों को धोखा देकर कर्ज लिया और अवैध रूप से लोन का पूरा पैसा या एक हिस्सा विदेश में करीब 40 कंपनियों के खातों में ट्रांसफर कर दिया। विगत अप्रैल में ब्रिटेन के हाई कोर्ट ने अपने एक फैसले में कहा था कि विजय माल्या को भारत प्रत्यर्पित किया जा सकता है। इसके बाद 14 मई को कोर्ट ने माल्या को सुप्रीम कोर्ट जाने का मौका देने से इन्कार कर दिया था।

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