Coronavirus: यूजीसी ने कहा- विश्वविद्यालयों को अब 25 फीसद कोर्स पढ़ाना होगा ऑनलाइन

कोरोना संकट खत्म होने के बाद भी नए शैक्षणिक सत्र से अब उन्हें 25 फीसद कोर्स ऑनलाइन पढ़ाना होगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Tue, 28 Apr 2020 08:08 PM (IST) Updated:Tue, 28 Apr 2020 08:08 PM (IST)
Coronavirus: यूजीसी ने कहा- विश्वविद्यालयों को अब 25 फीसद कोर्स पढ़ाना होगा ऑनलाइन
Coronavirus: यूजीसी ने कहा- विश्वविद्यालयों को अब 25 फीसद कोर्स पढ़ाना होगा ऑनलाइन

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। कोरोना संकट से भले ही अगले कुछ दिनों में राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है, लेकिन इस दौर में शुरु हुई ऑनलाइन पढ़ाई की रफ्तार अब थमने वाली नहीं है। विश्वविद्यालयों और दूसरे उच्च शिक्षण संस्थानों में इसे लेकर एक बड़ी योजना पर काम चल रहा है। इसके तहत कोरोना संकट खत्म होने के बाद भी नए शैक्षणिक सत्र से अब उन्हें 25 फीसद कोर्स ऑनलाइन पढ़ाना होगा। साथ ही सभी विश्वविद्यालय को अब अपने-अपने मोबाइल एप भी बनाने होंगे। ताकि छात्रों को उसके जरिए जरूरी अध्ययन सामग्री उपलब्ध कराई जा सके।

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने हाल ही में ऑनलाइन शिक्षा को लेकर गठित उच्च स्तरीय कमेटी के सुझाव के बाद इस दिशा में तेजी से काम शुरु किया है। कमेटी ने अपने सुझाव में विश्वविद्यालयों और उच्च शिक्षण संस्थानों में पढ़ाने वाले सभी शिक्षकों को ऑनलाइन पढ़ाने से जुड़ा प्रशिक्षण देने पर भी जोर दिया है। इसके तहत सभी विश्वविद्यालयों को एक प्रोग्राम चलाने का भी सुझाव दिया है। साथ ही सभी विश्वविद्यालयों से ऐसे पाठ्यक्रम को चयन करने की भी सलाह दी है। वहीं आने वाले दिनों में ऑनलाइन पाठ्यक्रम का यह औसत बढ़ाने का भी प्रस्ताव किया है।

ऑनलाइन शिक्षा को लेकर दिए गए अपने सुझाव में यूजीसी कमेटी ने प्रत्येक विश्वविद्यालयों में आनलाइन शिक्षा को लेकर इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा करने पर भी जोर दिया है। ताकि आने वाले दिनों में जब भी ऐसे संकट आए, तो उसमें भी पढ़ाई और परीक्षा को बेहतर ढंग से जारी रखा जा सके। प्रत्येक विश्वविद्यालय में इसके लिए एक सेल बनाने जैसा भी सुझाव है। जिससे आईटी प्रोफेशनल्स को जोड़ने जैसी सिफारिश भी की गई है।

यूजीसी से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक कोरोना संकट काल में ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर जिन-जिन चुनौतियों का सामना करना पड़ा है, अब उन सभी क्षेत्रों पर पूरी ताकत के साथ काम किया जा रहा है। इसके अलावा कोरोना के चलते प्रभावित हुई पढ़ाई को समय पर पूरा कराने के लिए ज्यादा कक्षाएं भी आयोजित करने का भी सुझाव है। बता दें कि इस संकट में विश्वविद्यालयों ने शिक्षकों से जब ऑनलाइन पढ़ाई के लिए स्टडी मैटेरियल तैयार करने को कहा गया, तो ज्यादातर शिक्षकों ने तकनीकी असमर्थता के चलते हाथ खड़े कर दिए थे। यूजीसी इसे बड़ी चुनौती मान रहा है। यही वजह है प्रशिक्षण पर अब इसे प्रमुखता से रखा जाएगा।

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