टच डीएनए खोल सकती है बोधगया ब्लास्ट की गुत्थी

टच डीएनए खोल सकती है बोधगया बम ब्लास्ट की गुत्थी। एनआइए की तफ्तीश इस बात पर आगे बढ़ चुकी है। इस क्रम में एनआइए की टीम ने बिहार आकर इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े तहसीन के परिजनों के खून के नमूने लिए हैं। खून के नमूने एकत्र करने में एनआइए को काफी परेशानी भी हुई। वहीं इंडियन मुजाहिदीन सरगना यासीन भटकल और उसके सहयोगी असादुल्लाह उर्फ हड्डी को एनआइए ने बोधगया ब्लास्ट के समय के वीडियो फुटेज भी दिखाये गए हैं।

By Edited By: Publish:Mon, 16 Sep 2013 10:21 AM (IST) Updated:Mon, 16 Sep 2013 10:27 AM (IST)
टच डीएनए खोल सकती है बोधगया ब्लास्ट की गुत्थी

पटना [जागरण ब्यूरो]। टच डीएनए खोल सकती है बोधगया बम ब्लास्ट की गुत्थी। एनआइए की तफ्तीश इस बात पर आगे बढ़ चुकी है। इस क्रम में एनआइए की टीम ने बिहार आकर इंडियन मुजाहिदीन से जुड़े तहसीन के परिजनों के खून के नमूने लिए हैं। खून के नमूने एकत्र करने में एनआइए को काफी परेशानी भी हुई। वहीं इंडियन मुजाहिदीन सरगना यासीन भटकल और उसके सहयोगी असादुल्लाह उर्फ हड्डी को एनआइए ने बोधगया ब्लास्ट के समय के वीडियो फुटेज भी दिखाये गए हैं। इस फुटेज में कुछ साफ-साफ नहीं दिखता पर पतले-दुबले एक युवक को दोनों आतंकियों ने तहसीन के रूप में पहचान की है।

बोधगया विस्फोट में मिले अहम सुराग: शिंदे

एनआइए ने अपनी तफ्तीश के क्रम में बोधगया मंदिर परिसर से कुछ वैसे कपड़े उठाये थे जिनके बारे में यह बात कही गयी कि जो आतंकी सिलेंडर बम लेकर मंदिर परिसर में पहुंचे थे उन्होंने उसे पहन रखा था। ये बौद्ध संन्यासियों के पहनने वाले ड्रेस हैं। इसके अतिरिक्त कुछ अन्य चीजें भी मिली थीं। इनका टच डीएनए कराया गया है। टच डीएनए के क्रम में कई रिपोर्ट मिली है। कुछ पुलिस कर्मियों व अफसरों ने भी उन कपड़ों को छुआ था। इसलिए टच डीएनए में उन अफसरों को आधार मानकर जो रिपोर्ट आयी है उसे हटा दिया गया है। उन्हें हटाकर जो रिपोर्ट मिली उसके आधार पर अनुसंधान को गति दी जा रही है।

भटकल के साथ एनआइए की बिहार में छापेमारी

एनआइए ने बोधगया ब्लास्ट से जुड़े उस वीडियो फुटेज को इंडियन मुजाहिदीन आतंकी यासीन भटकल और हड्डी को दिखायी थी। वीडियो फुटेज देखने के बाद दोनों ने अचानक यह कहा- अरे वह तो तहसीन है। इसी के बाद से एनआइए की टीम ने इस कोण पर अपनी सक्रियता बढ़ा दी और फिर एक टीम को तहसीन के पिता के खून का नमूना लेने भेज दिया। बहुत समझाने-बुझाने के बाद एनआइए को खून का नमूना मिल सका। अब डीएनए जांच की रिपोर्ट और टच डीएनए की रिपोर्ट के आधार पर ही यह गुत्थी सुलझेगी कि तहसीन की संलिप्तता बोधगया ब्लास्ट में थी या नहीं।

ये है टच डीएनए

टच डीएनए फोरेंसिक जांच की वह प्रक्रिया है जिसके माध्यम से घटना स्थल पर बरामद वस्तुओं की डीएनए जांच होती है और साइंटिफिक विश्लेषण के माध्यम से अपराधी या फिर उसके परिजनों के डीएनए का मिलान कराया जाता है। घटनास्थल से बरामद वस्तु की डीएनए जांच और अपराधी के परिजनों की डीएनए रिपोर्ट जब मिल जाती है तो फिर परिणाम पाने में काफी सहजता हो जाती है।

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