ऐसे मामलों पर चुप क्यों हो जाते हैं समाज के ये 'ठेकेदार'?

महज पांच साल की बच्ची के साथ एक हैवान ने दरिंदगी की हद को लांघ दिया। रूह कंपा देने वाला ये हादसा दिल्ली में हुआ है। जिस बच्ची को अपनों और परायों तक की पहचान मुश्किल से हो पाती हो, उस पर दरिंदे ने ऐसा जुल्म ढाया है कि पीड़िता मौत के साए में जी रही है। अब सवाल यह उठता है कि समाज के ठेकेदार अक्सर पहनावे और संस्कृति क

By Edited By: Publish:Sat, 20 Apr 2013 12:50 PM (IST) Updated:Sat, 20 Apr 2013 01:09 PM (IST)
ऐसे मामलों पर चुप क्यों हो जाते हैं समाज के ये 'ठेकेदार'?

नई दिल्ली। महज पांच साल की बच्ची के साथ एक हैवान ने दरिंदगी की हद को लांघ दिया। रूह कंपा देने वाला ये हादसा दिल्ली में हुआ है। जिस बच्ची को अपनों और परायों तक की पहचान मुश्किल से हो पाती हो, उस पर दरिंदे ने ऐसा जुल्म ढाया है कि पीड़िता मौत के साए में जी रही है। अब सवाल यह उठता है कि समाज के ठेकेदार अक्सर पहनावे और संस्कृति का रोना रोते हुए बलात्कर की वजह बताते हैं। महिलाओं पर लगाम कसने वाले ये नेता और ठेकेदार ऐसे हादसों पर चुप क्यों हो जाते हैं? पांच साल के इस बच्ची का वो कौन सा पहनावा गलत था जिसकी वजह से इस हैवान ने सितम ढा दिया? बच्ची ने वो कौन सी सीमा लांच दी जिसकी वहज से आज वह जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। चलिए महिलाओं को नसीहत देने वाले समाज के कुछ बड़े ठेकेदारों का बयान बताते हैं।

मध्यप्रदेश के मंत्री विजयवर्गीय ने कहा था कि महिलाएं मर्यादा नहीं लांघें। मर्यादा का उल्लंघन होता है तो सीता का हरण होता है। जब लक्ष्मण रेखा हर व्यक्ति की खींची हुई है। उस लक्ष्मण रेखा को कोई पार करेगा तो रावण सामने बैठा है। वह सीता का अपहरण कर लेगा।

इंडिया में रेप भारत में नहीं: भागवत

राष्ट्रीय स्वयंसवेक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बलात्कार की घटनाएं इंडिया में ज्यादा होती हैं, भारत में नहीं।

महिलाएं ही मदरें को उकसाती हैं: महिला कृषि वैज्ञानिक

महिला कृषि वैज्ञानिक डॉ. अनीता शुक्ला ने दिल्ली गैंगरेप मामले में पीड़िता को ही जिम्मेदार ठहरा दिया था। उन्होंने कहा था कि महिलाएं ही मदरें को उकसाती हैं। पीड़िता पर सवाल उठाते हुए कहीं थीं कि 10 बजे रात को लड़की घर से बाहर क्या कर रही थी? दोस्त के साथ रात को बाहर निकलेगी तो यही होगा।

आशाराम ने कहा था कि ताली दोनों हाथों से बजती है। कहीं न कहीं लड़की का ही दोष है, वह चाहती तो उन दोषियों में से किसी को भी भाई कहकर उनके हाथ-पैर जोड़ सकती थी। जिससे उसकी जान बच जाती। लेकिन उसने ऐसा नहीं किया।

फास्ट फूड के कारण होता है बलात्कार

हरियाणा का एक नेता जींद जिले की खाप के नेता जीतेंद्र छत्तर ने कहा था कि फास्ट फूड खाने से युवक-युवतियों का हार्मोनल संतुलन बिगड़ रहा है जिस कारण रेप जैसी घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने हरियाणा में हो रहे बलात्कारों का दोष चीन के चाऊमीन पर मढ़ दिया।

फैशनेबल कपड़े जिम्मेदार

आंध्र के डीजीपी वी. दिनेश रेड्डी ने कहा था कि महिलाओं के हल्के कपड़े बलात्कार के लिए जिम्मेदार हैं । कर्नाटक के महिला और शिशु कल्याण मंत्री सी सी पाटिल ने रेप से बचने के लिए महिलाओं को हिदायत देते हुए कहा था, मैं निजी तौर पर इस हक में नहीं हूं कि महिलाएं भड़काऊ कपड़े पहनें और यह सोचें कि वे चाहे जो पहनें उन्हें सम्मान की नजरों से देखा जाए।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आजादी को रेप की वजह बताया था। उन्होंने कहा था कि लड़के-लड़कियों को माता-पिता द्वारा दी गई आजादी से ही बलात्कार जैसी घटनाएं हो रही हैं।

टीएमसी विधायक चिरंजीत चक्रवर्ती ने रेप पर दिए गए बयान में कहा था कि सी वारदात के लिए कुछ हद तक लड़कियां भी जिम्मेदार हैं क्योंकि हर रोज उनकी स्कर्ट छोटी हो रही हैं।

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