बेकसूरों की हत्या से आजिज होकर डाले उसेंडी ने हथियार
तारमेटला में सीआरपीएफ दस्ता और दरभा घाटी हमले का मास्टरमाइंड माना जाने वाला नक्सली नेता गुमुदावेल्ली वेंकटकृष्णा प्रसाद उर्फ गुडसा उसेंडी (53) नक्सली हिंसा खासकर बेकसूरों की हत्याओं से आजिज आ गया था। यही वजह थी कि दो दिन पहले उसने अपनी पत्नी संतोषी मरकम समेत आंध्र प्रदेश पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए। पुलिस महानिदे
हैदराबाद। तारमेटला में सीआरपीएफ दस्ता और दरभा घाटी हमले का मास्टरमाइंड माना जाने वाला नक्सली नेता गुमुदावेल्ली वेंकटकृष्णा प्रसाद उर्फ गुडसा उसेंडी (53) नक्सली हिंसा खासकर बेकसूरों की हत्याओं से आजिज आ गया था। यही वजह थी कि दो दिन पहले उसने अपनी पत्नी संतोषी मरकम समेत आंध्र प्रदेश पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए। पुलिस महानिदेशक बी. प्रसाद राव ने बृहस्पतिवार को यह दावा किया है।
वारंगल निवासी उसेंडी दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का प्रवक्ता होने के साथ ही प्रचार और प्रेस इकाई का प्रभारी भी था। 1985 में कॉलेज की पढ़ाई छोड़कर वह नक्सली गतिविधियों में शामिल हुआ। उसके खिलाफ आंध्र में एक भी मामला दर्ज नहीं है।
पढ़ें: 20 लाख के इनामी नक्सली उसेंडी ने किया समर्पण
डीजीपी प्रसाद राव ने बताया कि वैचारिक मतभेद के कारण उसेंडी ने संगठन (भाकपा माओवादी) से नाता तोड़ लिया। वह हिंसक घटनाएं, पुलिस का मुखबिर बताकर निर्दोष लोगों की हत्या के अलावा स्कूल व सड़कों को नष्ट करने की हरकतों से आजिज आ गया था। डीजीपी के मुताबिक, उसेंडी और उसकी पत्नी का खराब स्वास्थ्य भी समर्पण के महत्वपूर्ण कारणों में एक था। हालांकि, इस मौके पर उसेंडी को पत्रकारों से बात नहीं करने दी गई। उसेंडी को पकड़वाने में मदद करने वाले को 20 लाख का इनाम देने की भी घोषणा की गई थी। लेकिन, आत्मसमर्पण करने पर आंध्र सरकार की नीतियों के तहत ये राशि उसेंडी को नए सिरे से अपनी जिंदगी शुरू करने के लिए दी जाएगी। बता दें कि आंध्र प्रदेश में पिछले तीन वर्षो में 600 माओवादी समर्पण कर चुके हैं।
छत्तीसगढ़ पुलिस करेगी गुडसा उसेंडी से पूछताछ
रायपुर। नक्सलियों के दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के प्रवक्ता गुडसा उसेंडी उर्फ गुमुदावेल्ली वेंकटा कृष्णा प्रसाद उर्फ श्रीनिवास राव से छत्तीसगढ़ पुलिस पूछताछ करेगी। आंध्र प्रदेश पुलिस के सामने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सली नेता गुडसा उसेंडी को झीरम घाटी में कांग्रेसी नेताओं की हत्या की साजिश में शामिल माना जा रहा है। एडीजी नक्सल ऑपरेशन आरके विज ने बताया कि आंध्र प्रदेश पुलिस की ओर से गुडसा के आत्मसमर्पण की सूचना दी गई है। अभी यह साफ नहीं हो पा रहा है कि गुडसा उसेंडी किन-किन वारदात में शामिल है। उससे पूछताछ के लिए छत्तीसगढ़ पुलिस की टीम रवाना होगी। पुलिस के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार गुडसा उसेंडी सीआरपीएफ के जवानों की हत्या के मामले में भी शामिल था। वषर्ष 2009 में राजनांदगांव में एंबुस लगाकर पुलिस अधीक्षक बीके चौबे सहित 29 पुलिसकर्मियों की हत्या में भी वह शामिल था। बताया जा रहा है कि गुडसा उसेंडी हिंदी, अंग्रेजी, तेलगु और गोंडी भाषषा का जानकार है। वह माओवादियों और आम जनता के बीच संपर्क बनाने का काम करता था।
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