CAA-NRC के खिलाफ छात्रों ने किया प्ले, स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। कर्नाटक के एक स्कूल में छात्रों ने सीएए और एनआरसी के खिलाफ एक प्ले आयोजित किया है।

By Dhyanendra SinghEdited By: Publish:Tue, 28 Jan 2020 05:05 PM (IST) Updated:Tue, 28 Jan 2020 05:35 PM (IST)
CAA-NRC के खिलाफ छात्रों ने किया प्ले, स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई
CAA-NRC के खिलाफ छात्रों ने किया प्ले, स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

बेंगलुरू, एएनआइ। कर्नाटक पुलिस ने बिदर जिले के एक स्कूल को सील कर दिया है। स्कूल में छात्रों द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के विरोध में प्ले आयोजित किया जा रहा था। छात्रों द्वारा सीएए का विरोध कराए जाने को लेकर स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है और बाकी की कार्रवाई जारी है।

सीएए-एनआरसी के खिलाफ देशभर में विरोध प्रदर्शन

देशभर में नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। देश की राजधानी दिल्ली, लखनऊ, असम में भी पिछले कई दिनों से प्रदर्शन जारी हैं। वहीं, अब स्कूल छात्रों द्वारा इस तरह का विरोध प्रदर्शन कराने का पहला मामला सामने आया है, जिसके खिलाफ राज्य की पुलिस ने मामले को तुरंत संज्ञान में लिया है और स्कूल मैनेजमेंट के खिलाफ उचित कार्यवाई कर रही है।

इस कानून के तहत प्रताड़ना झेल रहे लोगों को भारत की नागरिकता

बता दें कि नागरिकता संशोधन कानून (Citizenship Amendment Act, 2019) भारत की संसद द्वारा पारित कर दिया गया है। इस कानून के द्वारा सन 1955 का नागरिकता कानून को संशोधित करके यह व्यवस्था की गयी है कि 31 दिसम्बर 2014 के पहले पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हिन्दू, बौद्ध, सिख, जैन, पारसी एवं ईसाई धार्मिक प्रताड़ना झेल रहे लोगों को भारत में नागरिकता दी जाएगी। इस कानून में भारतीय नागरिकता प्रदान करने के लिए आवश्यक 11 वर्ष तक भारत में रहने की शर्त में भी ढील देते हुए इस अवधि को 5 वर्ष तक भारत में रहने की शर्त के रूप में बदल दिया गया है।

वहीं, देशभर में जो इस कानून के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा है वो ये है कि इसमें मुस्लिम समुदाय के शरणार्थियों को क्यों नहीं शामिल किया गया है। दिल्ली के शाहीनबाग इलाके में विरोध के चलते पिछले एक महीने से ज्यादा लोग सड़कों पर बैठे हुए हैं।

chat bot
आपका साथी