खुले आसमान में अब बेफ्रिकी से उड़ सकेगी ‘हमारी परी भीष्मा’

‘हीरो मोटर कोर्प’ कंपनी के ‘हमारी परी’ कैम्पेन ने संवारी है भीष्मा की जिंदगी, जो कश्मीर की वादियों में रहती है और बेहद कम उम्र में ही चुनौतियों और उलझनों का सामना कर रही है.

By MMI TeamEdited By: Publish:Sat, 25 Jun 2016 02:43 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jun 2016 02:53 PM (IST)
खुले आसमान में अब बेफ्रिकी से उड़ सकेगी ‘हमारी परी भीष्मा’

‘खुले आसमान में उड़ने दो, फूलों-सा महकने दो. लिख देंगी एक दिन इतिहास नया नन्ही-सी परियां हैं ये, इन्हें सपने अपने पूरे करने दो’.

पॉजिटिविटी से भरी ये लाइनें किसी के मन में भी जोश और उमंग भर सकती हैं. आज जीवन की आपा-धापी में सब लोग अपनी रोजाना की जरूरतें पूरी करने में लगे हुए हैं. किसी के पास भी अपने सपनों के लिए वक्त नहीं है. ऐसे में हमारे आसपास के लोगों पर ध्यान देना या उनके सपनों को समझना तो बहुत दूर की बात है. इसी तरह बात करें नन्ही बच्चियों के सपनों की, तो आधुनिक समाज में ऐसी कई चुनौतियां हैं जो वक्त के पहले ही इन नन्हीं परियों का बचपन छीन लेती हैं.

आपने वो कहावत तो जरूर सुनी होगी कि हर हाथ में खिलौने और किताबें नहीं होती बल्कि कुछ नन्हे हाथों में वक्त से पहले ही जिम्मेदारियां और मेहनत आ जाती है. ऐसे में एक इंसान होने के नाते हम सभी की ये नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि इन परियों के सपने पूराकरने में एक कदम ही सही लेकिन आगे जरूर आएं. जैसे अगर आम व्यक्ति से हटकर बात करें, तो कॉर्पोरेट कंपनियों की तो सालभर केवल प्रॉफिट कमाने के उद्देश्य से काम करने वाली कंपनियों को भी अब समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होने लगा है, इसलिए वो सीएसआर (corporate social responsibility) के तहत अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों की तरफ भी ध्यान देने लगे हैं.

चुनौतियों से लड़ते हुई किशोरियों के आसमान छूने के ऐसे ही सपनों को पूरा करने के लिए ‘हीरो मोटर कोर्प’ कंपनी ने ‘हमारी परी’ कैम्पेन शुरू किया है. जिसके अंतर्गत अब तक 1,00,000 जरूरतमंद किशोरियों की मदद की जा चुकी है.

दूसरी तरफ बात करें इन नन्हीं किशोरियों की कहानियों की, तो इनकी चुनौतियों से भरी कहानियां सुनकर हम भी बहुत कुछ सीख सकते हैं. इनमें से एक कहानी है भीष्मा की, जो कश्मीर की वादियों में रहती है. उसकी जिदंगी बेहद कम उम्र में ही चुनौतियों और उलझनों से भरी हुई है. उसके पिता सैनिक युद्ध में मारे जा चुके हैं और मां अकेले ही छोटा-मोटा रोजगार करके उसे पाल रही है. वो जिदंगी में बहुत कुछ करना चाहती है लेकिन हालातों के चलते भीष्मा को बेहतर अवसर नहीं मिल पा रहे हैं.

गुलजार साहब के खूबसूरत लिरिक्स से सजे हीरो मोटर कोर्प का ‘हमारी परी भीष्मा’ की कहानी का वीडियो इन दिनों लोगों के बीच काफी पॉपुलर हो रहा है. इस मोटिवेशनल वीडियो को देखकर मन में एक उम्मीद जागती है कि अगर हम सहयोग का एक हाथ भी इन नन्ही परियों की तरफ बढ़ा दें तो इन्हें आसमान छूने से कोई नहीं रोक सकता. आप भी देखिए ये वीडियो...

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