फ्लिपकार्ट पर होगी बोलकर शॉपिंग, अलग-अलग भाषाओं के 20 करोड़ नए ग्राहकों पर नजर

वह स्पीच टु टेक्स्ट यानी बोली को भाषा में बदलने वाला एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआइ) विकसित करने वाली पहली भारतीय कंपनी है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Publish:Wed, 22 Aug 2018 11:14 PM (IST) Updated:Wed, 22 Aug 2018 11:14 PM (IST)
फ्लिपकार्ट पर होगी बोलकर शॉपिंग, अलग-अलग भाषाओं के 20 करोड़ नए ग्राहकों पर नजर
फ्लिपकार्ट पर होगी बोलकर शॉपिंग, अलग-अलग भाषाओं के 20 करोड़ नए ग्राहकों पर नजर

नई दिल्ली, प्रेट्र। ई-कॉमर्स क्षेत्र की अग्रणी कंपनी फ्लिपकार्ट पर बहुत जल्द बोलकर शॉपिंग की जा सकेगी। कंपनी ने बुधवार को कहा कि उसने आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस (एआइ) की मदद से भाषा समझने की तकनीक मुहैया कराने वाली स्टार्टअप कंपनी लिव डॉट एआइ का अधिग्रहण कर लिया है। हालांकि कंपनी ने अभी इस सौदे की रकम जाहिर नहीं की है। कंपनी का मानना है कि इससे आने वाले दिनों में उसके ग्राहक आधार में 20 करोड़ तक की बढ़ोतरी होगी।

लिव डॉट एआइ की शुरुआत वर्ष 2015 में हुई थी। वह स्पीच टु टेक्स्ट यानी बोली को भाषा में बदलने वाला एप्लीकेशन प्रोग्राम इंटरफेस (एपीआइ) विकसित करने वाली पहली भारतीय कंपनी है। लिव डॉट एआइ वर्तमान में हिंदी, बंगाली, पंजाबी, मराठी, गुजराती, कन्नड़, तमिल, तेलुगू और मलयालम समेत 10 भारतीय भाषाओं में बोले गए शब्दों को लिखावट में बदलने की क्षमता रखती है। इसका मतलब यह है कि सुविधा शुरू हो जाने के बाद इन भाषाओं के ग्राहक फ्लिपकार्ट की वेबसाइट पर बोलकर शॉपिंग कर सकेंगे।

इस अधिग्रहण के बाद लिव डॉट एआइ आधिकारिक रूप से फ्लिपकार्ट के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का हिस्सा हो जाएगी। सौदे की शर्तो के तहत कंपनी के संस्थापकों सुबोध कुमार, किशोर मुंद्रा और संजीव कुमार समेत उसके सभी कर्मचारी अब फ्लिपकार्ट के कर्मचारी हो जाएंगे। फ्लिपकार्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि इंटरनेट प्रयोगकर्ताओं की अगली पीढ़ी दूसरे और तीसरे दर्जे के शहरों और कस्बों से आने वाली है, जिसके लिए संवाद के तौर पर स्थानीय भाषा ही सबसे पसंदीदा है।

उन्होंने कहा कि ऐसे ग्राहकों की तादाद लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय परिप्रेक्ष्य में भाषाई इंटरफेस का निर्माण करना जटिल है, क्योंकि यहां भाषाओं और उनके बोलने के तरीकों में बहुत विविधता है। कुछ अध्ययनों के मुताबिक वर्ष 2021 तक देश में हिंदी में इंटरनेट का उपयोग करने वालों की संख्या अंग्रेजी के उपयोगकर्ताओं को पीछे छोड़ देगी। गौरतलब है कि अमेरिका की रिटेल दिग्गज वालमार्ट इंक ने पिछले दिनों फ्लिपकार्ट की 77 फीसद हिस्सेदारी का अधिग्रहण कर लिया था।

पुरानी वस्तुओं के लिए फ्लिपकार्ट का नया 2 गुड प्लेटफॉर्म
फ्लिपकार्ट ने पुरानी वस्तुओं को नयापन देकर बेचने के लिए 2गुड नाम से एक स्वतंत्र प्लेटफॉर्म लांच किया है। कंपनी के सीईओ कल्याण कृष्णमूर्ति ने कहा कि शुरुआत में इस प्लेटफॉर्म पर स्मार्टफोन, टैबलेट, लैपटॉप, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और एक्सेसरीज की बिक्री की जाएगी। बाद में इसमें कई अन्य कैटेगरी जोड़ी जाएंगी। कृष्णमूर्ति ने कहा कि यह नया प्लेटफॉर्म खासतौर पर कम दाम के उत्पादों की चाहत रखने वाले ग्राहकों के लिए स्वतंत्र रूप से काम करता रहेगा। उन्होंने यह भी कहा कि कंपनी इस प्लेटफॉर्म से खरीदे गए उत्पादों पर तीन महीने से एक वर्ष तक की वारंटी मुहैया कराएगी।

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