Troika Meeting: अफगानिस्तान पर बैठक में रूस ने भारत को नहीं किया आमंत्रित

यह विस्तारिक ट्रोइका बैठक 11 अगस्त को कतर में होनी है। इसके तहत पहले 18 मार्च और फिर 30 अप्रैल को बातचीत हुई थी। रूस अफगानिस्तान में शांति लाने और राष्ट्रीय सुलह की प्रक्रिया की शर्ते तय करने पर वार्ता के लिए मास्को फार्मेट भी करा रहा है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 02:24 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 02:24 AM (IST)
Troika Meeting: अफगानिस्तान पर बैठक में रूस ने भारत को नहीं किया आमंत्रित
रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव और एस जयशंकर की फाइल फोटो

नई दिल्ली, प्रेट्र। अफगानिस्तान में तेजी से बदल रहे हालात के बीच रूस ने इस युद्धग्रस्त देश पर होने वाली बैठक में भारत को आमंत्रित नहीं किया है। इस बैठक में पाकिस्तान, चीन तथा अमेरिका के शामिल होने की संभावना है। इस बीच, नई दिल्ली ने इसे विशेष महत्व नहीं देते हुए कहा है कि अफगानिस्तान के मामले पर भारत रूस के साथ नियमित संपर्क में है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि हम दोनों देश एक विशेष रणनीतिक साझेदारी से बंधे हैं। हम अफगानिस्तान पर रूस के साथ नियमित रूप से चर्चा करते हैं।

अफगानिस्तान में तालिबान के हमले बढ़ने पर रूस ने हिंसा रोकने और अफगान शांति प्रक्रिया पर जोर देने के लिए सभी प्रमुख पक्षकारों तक पहुंचने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

यह विस्तारिक 'ट्रोइका बैठक' 11 अगस्त को कतर में होनी है। इसके तहत पहले 18 मार्च और फिर 30 अप्रैल को बातचीत हुई थी। रूस अफगानिस्तान में शांति लाने और राष्ट्रीय सुलह की प्रक्रिया की शर्ते तय करने पर वार्ता के लिए 'मास्को फार्मेट' भी करा रहा है।

रूस के विदेश मंत्री सर्गेइ लावरोव ने पिछले महीने ताशकंद में कहा था कि उनका देश भारत और अन्य देशों के साथ काम करता रहेगा जो अफगानिस्तान की स्थिति पर प्रभाव डाल सकते हैं। इन टिप्पणियों के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि भारत को आगामी 'ट्रोइका बैठक' में शामिल किया जा सकता है।

chat bot
आपका साथी