बादलों ने भिगोया पूरा उत्तर भारत

उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में गुरुवार को बादलों ने झड़ी लगाई। कहीं तेज तो कहीं धीमी बारिश से मौसम खुशगवार बना रहा। पहाड़ों पर बारिश से थोड़ी परेशानी हुई लेकिन मौसम खुला होने के कारण चारधाम यात्रा जारी रही। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में भी कुछ क्षेत्रों में बारिश हुई तो उप्र, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के मैदानी इलाके भी तर हुए।

By Edited By: Publish:Thu, 31 Jul 2014 09:39 PM (IST) Updated:Thu, 31 Jul 2014 09:39 PM (IST)
बादलों ने भिगोया पूरा उत्तर भारत

जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। उत्तर भारत के अधिकांश क्षेत्रों में गुरुवार को बादलों ने झड़ी लगाई। कहीं तेज तो कहीं धीमी बारिश से मौसम खुशगवार बना रहा। पहाड़ों पर बारिश से थोड़ी परेशानी हुई लेकिन मौसम खुला होने के कारण चारधाम यात्रा जारी रही। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश में भी कुछ क्षेत्रों में बारिश हुई तो उप्र, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा के मैदानी इलाके भी तर हुए। हालांकि राजधानी दिल्ली हमेशा की तरह झमाझम बारिश से तरसती रही। कुछ इलाकों में हल्की बारिश व बादल छाए रहने से शाम खुशनुमा हो गई।

उत्तराखंड में बारिश के बीच गुरुवार को गंगोत्री में 14 व यमुनोत्री में 21 यात्री दर्शन के लिए पहुंचे तो केदारनाथ के लिए 13 यात्री रवाना हुए। पिथौरागढ़ में कैलाश मानसरोवर मार्ग 16वें भी बंद रहा। इससे पहले मलबा आने से बदरीनाथ नेशनल हाइवे सात घंटे, गंगोत्री हाइवे देर शाम तक बंद रहा। केदारनाथ में श्रद्धालुओं के साथ एनडीआरएफ के सदस्य भी भेजे जा रहे हैं। हिमाचल प्रदेश में इस बार औसत से कम बारिश रही। शिमला को छोड़कर अन्य क्षेत्रों में बारिश बहुत कम हुई। उत्तर प्रदेश के मऊ, बदायूं, रायबरेली आदि जिलों में मूसलाधार बारिश हुई। अयोध्या में सरयू नदी खतरे के निशान के आसपास है। इसके अलावा शारदा नदी भी लाल निशान तक पहुंच गई है। पंजाब के अमृतसर, चंडीगढ़ में बादल बरसे जबकि हरियाणा के हिसार व अंबाला में 50 मिलीमीटर तक बारिश हुई। राजस्थान के जयपुर, जोधपुर मंडल जमकर पानी बरसा। राजधानी दिल्ली में लोधी रोड, सफदरगंज के आसपास के इलाके छोड़ सूखा ही रहा। यहां 83 प्रतिशत आद्रता के बीच 36 डिग्री तापमान ने लोगों का जमकर पसीना निकाला।

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