शैतानी शर्त से रेलवे के खानपान ठेकों पर चुनिंदा फर्मो का कब्जा

ज्यादातर स्टेशनों व ट्रेनों में खाना देने का जिम्मा आठ-दस फर्मो के पास

By Gunateet OjhaEdited By: Publish:Sun, 23 Jul 2017 10:28 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jul 2017 10:28 PM (IST)
शैतानी शर्त से रेलवे के खानपान ठेकों पर चुनिंदा फर्मो का कब्जा
शैतानी शर्त से रेलवे के खानपान ठेकों पर चुनिंदा फर्मो का कब्जा

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। एक शैतानी शर्त के कारण रेलवे के खानपान के ठेकों पर कैटरिंग माफिया का कब्जा हो गया है। इस शर्त के कारण ज्यादातर स्टेशनों और ट्रेनों की कैटरिंग चुनिंदा फर्मो को मिलती है। ये वही फर्मे हैं जिनके खाने को कैग ने इंसानों लायक मानने से इन्कार कर दिया है।

संसद में पेश अपनी हालिया रिपोर्ट में नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) ने इन कैटरिंग माफिया की कलई खोली है। कैग ने अपनी पड़ताल में पाया कि कुल मिलाकर आठ-दस फर्मो के पास रेलवे के ज्यादातर कैटरिंग ठेके हैं। आइआरसीटीसी की कैटरिंग में भी इन्हीं का वर्चस्व दिखाई देता है। इसका एकमात्र कारण टेंडर की यह शर्त है कि रेलवे कैटरिंग के लिए केवल वही कैटरर आवेदन कर सकते हैं जिनके पास रेलवे की कैटरिंग का पूर्व अनुभव हो। इस शर्त के कारण पहले से जमी-जमाई फर्मो को ही फिर से ठेके मिल जाते हैं। जबकि नए कैटरर रेस से बाहर रहते हैं।

रेलवे कैटरिंग के सबसे ज्यादा ठेके हासिल करने वाली फर्म आरके एसोसिएट्स है। इसके पास 54 ठेके हैं। इनमें से 21 स्टेशनों के, जबकि 33 ट्रेनों के हैं। इनमें 6 ठेके आइआरसीटीसी द्वारा तथा बाकी जोनल रेलों द्वारा दिए गए हैं। इसके बाद दूसरे नंबर पर है एरेंको कैटरिंग, जो 44 ठेकों की मालिक है। इनमें से 29 ठेके स्टेशनों के तथा 15 ठेके ट्रेनों के हैं। इनमें से सात ठेके इसे आइआरसीटीसी ने और शेष जोनल रेलों ने दिये हैं। वृंदावन फूड प्रॉडक्ट्स के 39 ठेकों के जखीरे में 14 स्टेशनों के तथा 25 ट्रेनों के हैं। इसे आइआरसीटीसी से 11 तथा जोनल रेलों से बाकी ठेके मिले हैं।

सत्यम कैटरर्स के पास 37 ठेकों का स्वामित्व है, जिसमें से 12 स्टेशनों के तथा 25 ट्रेनों के हैं। इसे आइआरसीटीसी ने चार ठेके दिए हैं। बाकी ठेके जोनल रेलों ने प्रदान किए हैं। एक्सप्रेस फूड सर्विसेस को आइआरसीटीसी ने सर्वाधिक 14 ठेके दिए हैं। इसके पास कुल 36 ठेकों में 25 स्टेशनों के, जबकि 11 ट्रेनों के हैं। दून कैटरर्स के पास कुल 30 ठेकों की जागीर में 8 स्टेशनों के जबकि 22 ट्रेनों के हैं। यह अकेली फर्म है जिसके पास आइआरसीटीसी का कोई ठेका नहीं है। एएस सेल्स के पास स्टेशनों के 11 व ट्रेनों के 6 ठेके मिलाकर कुल 17 ठेके हैं। इनमें आइआरसीटीसी के 4 ठेके शामिल हैं। तिरुपति एसोसिएट्स के पास सबसे कम 15 ठेके हैं और सबके सब स्टेशनों के हैं। इनमें से 12 ठेके उसे आइआरसीटीसी ने प्रदान किए हैं।

जोनवार मुआयना करने पर भी यही स्थिति दिखाई देती है। उदाहरण के लिए उत्तर मध्य रेलवे (एनसीआर) में स्टेशन पर अचल कैटरिंग यूनिटों का कब्जा है। इनमें आरके एसोसिएट्स के पास 16 यूनिटें, चतुर्वेदी एंड संस के पास 5, प्राणवीर सिंह के पास 3, एचडी एंड संस के पास 10, राजकुमार के पास 5, तिरुपति एसोसिएट्स के पास 3, कंचन रेस्त्रां एंड कैटरर्स के पास 5 तथा आरडी शर्मा के पास 17 यूनिटें हैं। दक्षिण पश्चिम रेलवे (एसडब्लूआर) में रेलिश कैटरर्स के पास अकेले बेंगलुरु सिटी स्टेशन के 10 स्टाल तथा यशवंतपुर के दो स्टाल हैं।

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