पेरिस, पठानकोट हमले स्वतंत्रता के मौलिक मूल्यों के खिलाफः प्रणब मुखर्जी
राष्ट्रपति प्रणब मुखजी ने पेरिस या पठानकोट आतंकी हमले को स्वतंत्रता के मौलिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। राष्ट्रपति ने पिछले साल नवंबर में पेरिस में हुए आतंकी हमलों के खिलाफ दृढ़ता से कार्रवाई के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के नेतृत्व की तारीफ की।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखजी ने पेरिस या पठानकोट आतंकी हमले को स्वतंत्रता के मौलिक मूल्यों के खिलाफ बताया है। राष्ट्रपति ने पिछले साल नवंबर में पेरिस में हुए आतंकी हमलों के खिलाफ दृढ़ता से कार्रवाई के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद के नेतृत्व की तारीफ की।
प्रणब ने कहा कि ओलांद के इन दृढ़ फैसलों से यह पता चलता है कि फ्रांस आतंकियों को सफल नहीं होने देगा। उन्होंने कहा कि पठानकोट हमले को लेकर फ्रांस द्वारा जताए गए समर्थन व एकजुटता की भारत प्रशंसा करता है। पेरिस हो या पठानकोट भारत व फ्रांस जैसे लोकतंत्र पर आतंकी हमले स्वतंत्रता और सार्वभौमिक भाईचारे के मौलिक मूल्यों के खिलाफ हैं। मुखर्जी ने फ्रांस के राष्ट्रपति ओलांद के सम्मान में सोमवार को आयोजित भोज के दौरान ये विचार व्यक्त किए।
राष्ट्रपति ने आतंकवाद को वैश्विक खतरा बताया। उन्होंने कहा कि आतंकी कार्रवाइयों को किसी भी तरह उचित नहीं ठहराया जा सकता। यह जरूरी है कि पूरा विश्व आतंक के खिलाफ एकजुट होकर कार्रवाई करे। भारत व फ्रांस जैसे देशों को आतंकी खतरे के खिलाफ मिलकर लड़ने की जरूरत है।
मुखर्जी ने कहा कि रक्षा, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा व सुरक्षा के क्षेत्र में भारत और फ्रांस की रणनीतिक साझेदारी दोनों देशों के बीच उच आपसी विश्वास व समझ को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में हमारी दोस्ती और मजबूत होगी। विज्ञान व अनुसंधान व अन्य क्षेत्रों में दोनों देशों के आपसी सहयोग बढ़ रहे हैं। उन्होंने फ्रांस सरकार व वहां के उद्योगों द्वारा भारत में विकास पहलों, इंफ्रास्ट्रक्चर, स्मार्ट सिटी, स्वछ ऊर्जा, रेलवे और कौशल विकास में सक्रिय साझेदारी पर खुशी जताई।
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