प्रदीप पहले भी कर चुका है रेप की कोशिश, जा चुका है जेल

दिल्ली में पांच साल की मासूम के साथ दरिंदगी का दूसरा आरोपी प्रदीप कुमार उर्फ प्रदीप राम एक बच्ची से रेप के प्रयास के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। इस मामले में प्रदीप को दो साल पहले पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। छह माह पूर्व उसके मुहल्ले के लोगों ने उसे सामाजिक रूप से बहिष्कृत कर दिया था। मास

By Edited By: Publish:Tue, 23 Apr 2013 07:53 AM (IST) Updated:Tue, 23 Apr 2013 08:52 AM (IST)
प्रदीप पहले भी कर चुका है रेप की कोशिश, जा चुका है जेल

अरविंद कुमार, शेखपुरा। दिल्ली में पांच साल की मासूम के साथ दरिंदगी का दूसरा आरोपी प्रदीप कुमार उर्फ प्रदीप राम एक बच्ची से रेप के प्रयास के मामले में पहले भी गिरफ्तार हो चुका है। इस मामले में प्रदीप को दो साल पहले पटना पुलिस ने गिरफ्तार किया था। छह माह पूर्व उसके मुहल्ले के लोगों ने उसे सामाजिक रूप से बहिष्कृत कर दिया था। मासूम बच्चियों के साथ छेड़छाड़ व अन्य असामाजिक गतिविधियों में संलिप्त रहना प्रदीप की पुरानी आदत रही है।

लखीसराय जिले के बड़हिया से मौसी के घर से गिरफ्तार प्रदीप फरवरी में ही अपने घर अहियापुर, शेखपुरा से दिल्ली गया था। स्थानीय लोगों को इसकी इस करतूत पर आश्चर्य नहीं है। उसके पिता दीनानाथ राम करीब 7-8 वर्ष पहले घर छोड़कर कहीं चले गए। प्रदीप की भाभी काजल देवी ने कहा कि देवर ने यदि ऐसा घिनौना काम किया है, तो उसे जरूर फांसी मिलनी चाहिए।

आक्रोशित मुहल्ले वाले भी ऐसा ही कहते हैं। पड़ोसी पप्पू ने बताया कि मुहल्ला में भी बच्चियों के साथ बुरा व्यवहार व आसपास में चोरी-ठगी करना उसकी पुरानी आदत है। दो साल पहले प्रदीप पटना में किसी होटल में काम करता था, तब पटना पुलिस शेखपुरा आकर उसे गिरफ्तार किया था। प्रदीप अपनी मां को साथ लेकर दिल्ली गया था। इस दौरान प्रदीप ने भाई-भाभी से संपर्क नहीं किया।

गिरफ्तारी के वक्त वह मोबाइल पर गाने सुन रहा था।

दिल्ली के गांधीनगर एवं पूर्वी दिल्ली की छह सदस्यीय पुलिस टीम रविवार की देर शाम लखीसराय पहुंची थी। सुबह न्यायालय में पेशी से पूर्व प्रदीप के स्वास्थ्य की जांच सदर अस्पताल लखीसराय में कराई गई। इसके बाद कड़ी सुरक्षा के बीच प्रदीप को दिल्ली पुलिस अपने संरक्षण में पटना के लिए रवाना हो गई।

पटना में एडीजी (पुलिस मुख्यालय) रवींद्र कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि चार वर्ष पहले से वह दिल्ली में रह रहा था। वह राजमिस्त्री का काम करता था। मनोज और वह एक ही कमरे में रहते थे। दिल्ली पुलिस के पास यह गोपनीय जानकारी थी कि प्रदीप अपने मौसा हरेराम के यहां बड़हिया में चार दिन पहले आया है। इस सूचना के आधार पर दिल्ली से दो पुलिस इंस्पेक्टर पटना पहुंचे थे। उन्हें सहयोग करने के लिए लखीसराय जिला पुलिस की एक टीम को लगाया गया। प्रदीप पर कुछ वर्ष पहले पटना में भी दुष्कर्म का एक मामला दर्ज हुआ था। वैसे पुलिस इस मामले को अभी खंगाल रही है।

रेप करने से पहले दोनों ने जमकर पी थी शराब

मासूम से रेप से पूर्व मनोज व प्रदीप ने जमकर शराब पी थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस की पूछताछ में प्रदीप ने यह स्वीकार किया है। पुलिस ने उसे जब गिरफ्तार किया तो वह मोबाइल पर गाना सुन रहा था। प्रदीप ने स्वीकार किया कि उसने अपने दोस्त मनोज साह के साथ शराब पी और इसके बाद बच्ची को फुसलाकर कमरे में लाया। पहले मनोज इसके बाद उसने गुड़िया के साथ रेप किया। इसके बाद बच्ची की हत्या की कोशिश की थी और उसको मरा जानकर वह मनोज के साथ दिल्ली से भागकर मुजफ्फरपुर उसके ससुराल चिकनौटा पहुंच गया। जहां एक रात मनोज और प्रदीप ने साथ बिताई। मनोज ने उसका मोबाइल छीन लिया था। दिल्ली पुलिस द्वारा मनोज को उसके ससुराल से गिरफ्तार करने से कुछ घंटा पूर्व ही वह वहां से भागकर सीधे बड़हिया में अपनी मौसी के घर आ गया।

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