पढ़िए, रेल बजट पर किसने क्या कहा
राजग सरकार ने अपना रेल बजट पेश किया है।रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए रेल किराए में किसी प्रकार की बढ़ोत्तरी नहीं की
नई दिल्ली ।राजग सरकार ने अपना रेल बजट पेश किया है।रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने लोकसभा में बजट पेश करते हुए रेल किराए में किसी प्रकार की बढ़ोत्तरी नहीं की।लेकिन प्रभु ने लोकलुभावन घोषणाओं से दूर जनता की दिक्कतों को दूर करने और रेलवे में गुणवत्ता सुधार पर विशेष जोर दिया। हालांकि राजनीतिक दलों की इस बजट को लेकर मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई है।
'रेल बजट निराशाजनक है और यह संप्रग की नीतियों की नकल है।'
- सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष
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'राजग सरकार की ओर से पेश किया गया रेल बजट संप्रग सरकार द्वारा पूर्व में पेश किए गए रेल बजट का ही दोहराव है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जब सूचना प्रौद्योगिकी को देश में लेकर आए थे, तो उसका विरोध किया गया था, लेकिन अब उसी आइटी के सहारे रेलवे को आगे बढ़ाने की बात हो रही है।'
- पवन कुमार बंसल, पूर्व रेल मंत्री
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'रेल बजट भाषण से साफ है कि सरकार के खजाने में कुछ नहीं है। पिछले रेल बजट में जो घोषणाएं की गई थीं, उनमें से कितनी पूरी हुई हैं इसकी जानकारी रेल मंत्री ने नहीं दी है। पहले घोषित परियोजनाओं में अब तक आधी भी पूरी नहीं हुई हैं।'
- मायावती, बसपा सुप्रीमो
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'रेल बजट में नई रेलगाडि़यों की घोषणा जैसे लोकप्रिय उपायों से बचा गया है। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने पिछले बजट में शुरू की गई परियोजनाओं को पूरा करने पर ध्यान देकर अच्छा कदम उठाया है। यह बढ़िया काम हुआ है। प्रभु ने पिछले उपायों को अमली जामा पहनाने पर जोर देने की बात कही है। अगर वह ऐसा करने में सफल रहते हैं तो यह एक बड़ी उपलब्धि होगी। मैं बजट घोषणाओं से संतुष्ट हूं।'
- मुलायम सिंह यादव, सपा प्रमुख
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'वास्तव में यह अच्छे शब्दों का बजट है। इसमें सिर्फ कल्पनाओं का जिक्र है जिन्हें धरातल पर उतारने के लिए कोई बात नहीं कही गई। इसमें पीपीपी मॉडल और बीओटी समझौतों की बातें की गई हैं। यदि आप दूसरों पर निर्भर रहेंगे तो अपने लक्ष्य पूरे नहीं कर पाएंगे।'
- मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस नेता
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'सरकार जनता को मूर्ख बना रही है। अभी हाल ही में रेल किराया बढ़ाया गया था। डीजल के दाम कम हुए हैं, फिर भी किराया नहीं घटाया गया।'
- ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल
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'देश में रेलवे की हालत खस्ता है। सरकार को चाहिए कि पहले से लंबित योजनाओं को पूरा करे। थर्ड लाइन की बात हुई थी, जिससे सभी बंदरगाहों को जोड़ा जाना था, उसे पूरा किया जाए। पता नहीं सरकार क्या चाहती है भाजपा हवा में आई थी, हवा हो जाएगी।'
- लालू प्रसाद यादव, पूर्व रेल मंत्री
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'हम लोग इस रेल बजट से पूरी तरह से असंतुष्ट हैं। उन्होंने बजट में बहुत सारी बातें की हैं, लेकिन योजनाओं को पूरा करने के लिए धन कहां से आएगा? रेल बजट को लेकर सभी को अंधेरे में रखा गया।'
- गजानन कार्तिकर, शिवसेना सांसद
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'नई ट्रेन नहीं चलाई गई, इसका औचित्य क्या है, भारतीय रेलवे प्रगति नहीं कर पाएगी। 60 साल से हम नई ट्रेनों की घोषणा करते आए हैं। इस बार ऐसा क्यों नहीं हुआ।'
- राजीव शुक्ला, कांग्रेस नेता
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'रेल बजट में क्या है समझ ही नहीं आया, मैं रेल मंत्री से मिलूंगी।'
- सुप्रिया सुले, राकांपा सांसद
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'मैं इस बजट को 10 में से 2 नंबर दूंगा। यह पूरी तरह खोखला है। उन्होंने एक विचार की बात की, लेकिन यह स्थापित नहीं है, यानी इसके पीछे सोच नहीं है।'
- तथागत सत्पथी, बीजद नेता
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