टि्वंकल हत्याकांड: हडि्डयां और दांत ढूंढ़ रही पुलिस, आरोपितों ने नाले में फेंके थे अवशेष

आरोपितों ने टि्वंकल की हत्या व शव जलाने के 2 दिन बाद अवशेष बोरे में भरकर घटनास्थल से 100 मी. दूर नाले में फेंकेे थे।

By Arun Kumar SinghEdited By: Publish:Tue, 15 Jan 2019 11:01 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jan 2019 11:04 PM (IST)
टि्वंकल हत्याकांड: हडि्डयां और दांत ढूंढ़ रही पुलिस, आरोपितों ने नाले में फेंके थे अवशेष
टि्वंकल हत्याकांड: हडि्डयां और दांत ढूंढ़ रही पुलिस, आरोपितों ने नाले में फेंके थे अवशेष

इंदौर, राज्‍य ब्‍यूरोटि्वंकल डागरे हत्याकांड में भले ही हत्यारों ने पुलिस के सामने अपना अपराध स्वीकार लिया हो, लेकिन कोर्ट में केस को मजबूत तरीके से पेश करने के लिए पुलिस भौतिक और वैज्ञानिक साक्ष्य जुटा रही है। मंगलवार को पुलिस टीम ने हत्यारे के बताए स्थान पर उस बोरे को तलाश रही है, जिसमें टि्वंकल के शव के जले अवशेष बहाने का दावा किया गया है।

एक टीम आरोपित को लेकर मोबाइल की तलाश में बदनावर गई है। पुलिस की मानें तो टिंवकल के शव की हडि्डयां और दांत मिलने पर उसका डीएनए टेस्ट कराया जाएगा। पुलिस को अब तक की छानबीन में सिर्फ राख, बिछिया और कान के पैंडल मिले हैं।

बाणगंगा पुलिस सोमवार को आवंतिका नगर इलाके से गुजरने वाले नाले में छानबीन के लिए पहुंची थी। टि्वंकल के हत्यारे जगदीश उर्फ कल्लू करोतिया और लखन की निशानदेही पर बोरे की तलाश कर रही है। एएसपी प्रशांत चौबे ने बताया कि आरोपितों ने टि्वंकल की हत्या और शव जलाने के दो दिन बाद अवशेष बोरे में भर कर घटनास्थल से सौ मीटर दूर नाले में फेंकने की बात कही है। इसके बाद निगमकर्मी को बुलाकर घटनास्थल पर झाडू लगवाकर राख भी साफ करवा दी थी।

प्राथमिक जांच में घटना स्थल पर दीवार की दरारों में चिपकी राख बरामद हुई थी। पुलिस ने पहले जेसीबी के जरिए नाले की खुदाई करवाई। बाद में पोकलेन मशीन बुलाकर नाले की गाद बाहर निकाली गई। इसमें पुलिस और परिजन उस बोरे को तलाश रहे हैं, जिसमें हड्डी और राख भरकर फेंका गया था। पुलिस करीब दो सौ मीटर तक नाले की खुदाई कर चुकी है। पुलिस ने उस निगमकर्मी को भी मौके पर बुलाया था, जिसने घटनास्थल पर झाडू लगाई थी। घटना के संबंध में उससे भी पूछताछ की गई है।

पुलिस के अनुसार आरोपितों ने हत्या के बाद टि्वंकल का मोबाइल बदनावर में फेंक दिया था। घर से लापता होने के बाद मोबाइल पहली बार मरीमाता चौराहे पर चालू हुआ था। दूसरी बार उसकी लोकेशन बदनावर के पास मिली थी। मोबाइल की तलाश में टीम कल्लू के बेटे अजय को लेकर गई है।

आरोपित ने साजिश की तहत मोबाइल वहां जाकर फेंका था। इससे पुलिस को टि्वंकल की हत्या करने की शंका उसके मंगेतर अमित पर हो। पुलिस ने टि्वंकल की गुमशुदगी की शिकायत दर्ज करने के बाद आसपास के जिलों में करीब तीन हजार शवों की पहचान कराई थी। इसमें भी पुलिस को टि्वंकल का शव तलाशने में सफलता नहीं मिली थी। पुलिस कल्लू के नौकर के साथ-साथ निगमकर्मी को भी सरकारी गवाह बनाएगी।

टि्वंकल के मोबाइल से किए थे मैसेज
पुलिस के अनुसार कल्लू करोतिया और उसके बेटों ने हत्या को आत्महत्या में बदलने के लिए टि्वंकल के मोबाइल से तीन अलग-अलग लोगों को मैसेज किया था। मैसेज पढ़कर यह साफ हो रहा था कि टि्वंकल ने अपने माता-पिता से परेशान होकर आत्महत्या कर ली है। इसी वजह से प्राथमिक तौर पर उसके माता-पिता पर हत्या करने की शंका थी, हालांकि पुलिस की पूछताछ में हत्यारों ने मैसेज भेजने की बात कबूल कर ली है।

जांच के घेरे में एक पुलिस अधिकारी
डीआईजी हरिनारायण चारी मिश्र ने बताया कि पूरे मामले में जांच के दौरान शामिल पुलिस अधिकारियों की भूमिका की जांच की जा रही है। एक पुलिस अधिकारी की भूमिका संदिग्ध मिली है। इसकी जांच एसपी और एएसपी को सौंपी गई है। जांच के बाद दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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