पीएम मोदी ने हजार करोड़ के 'स्टार्टअप इंडिया सीड फंड' का किया एलान, कहा- रोजगार सृजन में मिलेगी सहायता

सम्मेलन का आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल की पांचवीं सालगिरह के मौके पर किया गया। मोदी ने कहा कि इक्विटी कैपिटल जुटाने में स्टार्टअप की मदद के लिए फंड ऑफ फंड योजना लागू की गई है। सरकार डेट कैपिटल जुटाने में भी स्टार्टअप्स की मदद के लिए कदम उठा रही है।

By Dhyanendra Singh ChauhanEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 10:03 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 10:11 PM (IST)
पीएम मोदी ने हजार करोड़ के 'स्टार्टअप इंडिया सीड फंड' का किया एलान, कहा- रोजगार सृजन में मिलेगी सहायता
स्टार्टअप इंडिया इंटरनेशनल समिट को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

नई दिल्ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 1,000 करोड़ रुपये के 'स्टार्टअप इंडिया सीड फंड' का एलान किया। इसका उद्देश्य स्टार्टअप्स और नए उद्यमियों को प्रोत्साहित करना है। वाणिज्य मंत्रालय द्वारा आयोजित 'प्रारंभ : स्टार्टअप इंडिया इंटरनेशनल समिट' को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि स्टार्टअप्स के विकास से रोजगार सृजन में सहायता मिलेगी और लोगों का जीवन बेहतर होगा। स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 16 जनवरी, 2016 को मोदी सरकार ने स्टार्टअप इंडिया पहल की शुरुआत की थी।

इस दो दिवसीय सम्मेलन में बिम्सटेक देशों की प्रतिभागिता देखने को मिली। सम्मेलन सम्मेलन के दूसरे दिन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, 'स्टार्टअप्स को पूंजी की कमी नहीं हो, इसे सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमने स्टार्टअप्स को शुरुआती पूंजी उपलब्ध कराने के लिए सीड फंड लांच किया है। इससे नए स्टार्टअप के गठन और उनके विकास को गति देने में मदद मिलेगी।'

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम भारत में

इस सम्मेलन का आयोजन स्टार्टअप इंडिया पहल की पांचवीं सालगिरह के मौके पर किया गया। मोदी ने कहा कि इक्विटी कैपिटल जुटाने में स्टार्टअप की मदद के लिए फंड ऑफ फंड योजना लागू की गई है। सरकार डेट कैपिटल जुटाने में भी स्टार्टअप्स की मदद के लिए कदम उठा रही है। भारत में दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जिसने कई नए उद्यमियों को इनोवेटिव टेक्नोलॉजी के साथ आगे आने और बड़ी कंपनी बनने में मदद की है।

पीएम मोदी ने कहा कि भारत में स्टार्टअप्स सिर्फ बड़े शहरों तक सीमित नहीं है। ऐसे करीब 40 प्रतिशत नए उद्यमी टियर-2 और टियर-3 शहरों से निकलकर सामने आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2014 में केवल चार स्टार्टअप यूनिकॉर्न क्लब में थे, जबकि आज इनकी संख्या 30 से ज्यादा है। अकेले 2020 में 11 स्टार्टअप्स को यूनिकॉर्न क्लब में जगह मिली।

इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम एक ऐसा स्टार्टअप सिस्टम बनाने का प्रयास कर रहे हैं, जो 'युवाओं का, युवाओं द्वारा और युवाओं के लिए' के मंत्र पर आधारित है। स्टार्टअप इंडिया के जरिये हमारे युवाओं ने आधार तैयार कर दिया है। अब यह सुनिश्चित करना होगा कि हमारे स्टार्टअप्स बड़ी वैश्विक कंपनी बनें और भविष्य आधारित टेक्नोलॉजी के मामले में नेतृत्व करें।

देश में स्टार्टअप्स की तस्वीर

भारत में 41,000 से ज्यादा स्टार्टअप्स हैं। इनमें आइटी सेक्टर में 5,700, हेल्थ सेक्टर में 3,600 और एग्रीकल्चर सेक्टर में 1,700 स्टार्टअप्स हैं। देश में 44 फीसद से ज्यादा स्टार्टअप्स में महिला डायरेक्टर हैं।

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