अलर्ट के बावजूद सीमा से पीछे नहीं हट रहे हैं लोग

पीओके में आतंकियों पर कार्रवाई के बाद सीमा पर तनाव बढ़ गया है। प्रशासन के अलर्ट के बाद भारत-पाक सीमा पर बसे कई गांव खाली हो रहे हैं, लेकिन कई ऐसे भी हैं जो पीछे हटने को तैयार नहीं हैं।

By Manish NegiEdited By: Publish:Fri, 30 Sep 2016 04:23 AM (IST) Updated:Fri, 30 Sep 2016 08:46 AM (IST)
अलर्ट के बावजूद सीमा से पीछे नहीं हट रहे हैं लोग

एसएम पुर, रामगढ़ (जीरो प्वांइट)। प्रशासन के अलर्ट के बाद भारत-पाक सीमा पर बसे कई गांव खाली हो रहे हैं, लेकिन कई ऐसे भी हैं जो पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इन गांव के लोगों का कहना है कि सेना के साथ ही गांव में डटे रहेंगे।फिरोजपुर में जीरो लाइन से सटे गांव कालुवाला के गामीण अपने गांव में ही रहे।पठानकोट में भी लोगों ने अपने गांव को नहीं छोड़ा। ग्रामीणों का कहना है कि गुलाम कश्मीर में अंतिम आतंकी शिविर को तबाह करने तक कार्रवाई होनी चाहिए और इसके लिए हम तैयार हैं।

भारत-पाक सीमा पर जीरो प्वाइंट यानी आखिरी छोर पर बसे रामगढ़ के गांव एसएम पुर और चमलियाल के डग छन्नी के लोग अपने घरों में ही डटे हुए हैं। एसएम पुर के निवासी 10 डोगरा रेजीमेंट से सेवानिवृत अवदेश ने कहा कि उनके गांव के कुछ परिवारों ने जरूर पलायन किया है, लेकिन अन्य यहीं पर डटे हुए हैं।

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गांव के निवासी सुभाष चंद्र, अशोक कुमार, मनोहर लाल, ज्ञान चंद, नंबरदार बनारसी लाल ने भारत की जय के नारे लगाते हुए कहा कि हम गांव से पीछे नहीं हटेंगे। हालांकि लोगों में इस बात को लेकर रोष है कि शाम को पुलिस के एएसआइ अलताफ ने आकर कहा कि आप सुरक्षित क्षेत्रों की ओर जा सकते हैं, लेकिन प्रशासन ने उन्हें वहां से ले जाने के लिए ट्रांसपोर्ट का कोई प्रबंध नहीं किया।

चमलियाल के डग छन्नी के लोगों ने भी रात को भारत माता की जय के नारे लगाते हुए कहा कि वह गांव खाली नहीं करेंगे। क्षेत्र के निवासी बिल्लू चौधरी ने कहा कि उनके गांव की आबादी करीब तीन हजार होगी, लेकिन कोई परिवार पीछे नहीं हटा है।

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