असम में शांति के लिए केंद्र से बातचीत करेंगे उल्फा नेता

असम में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले संभावित शांति समझौते की दिशा में रास्ता तलाशने का प्रयास किया जाएगा। उल्फा के शीर्ष नेता मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि से मुलाकात करेंगे।

By Sanjeev TiwariEdited By: Publish:Sun, 22 Nov 2015 07:16 PM (IST) Updated:Sun, 22 Nov 2015 07:26 PM (IST)
असम में शांति के लिए केंद्र से बातचीत करेंगे उल्फा नेता

नई दिल्ली। असम में अगले साल विधानसभा चुनाव से पहले संभावित शांति समझौते की दिशा में रास्ता तलाशने का प्रयास किया जाएगा। उल्फा के शीर्ष नेता मंगलवार को केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि से मुलाकात करेंगे।

महर्षि उल्फा के प्रतिनिधिमंडल के साथ संगठन की मांगों के कई पहलुओं की समीक्षा करेंगे। उल्फा प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व उसके प्रमुख अरविंद राजखोवा करेंगे। गृह मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव केंद्र सरकार के वार्ताकार पीसी हलदर और राजखोवा के नेतृत्व वाले उल्फा के वार्ता समर्थक धड़े के बीच चल रही बातचीत की प्रगति की समीक्षा करेंगे।

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उल्फा का प्रतिनिधिमंडल केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात भी कर सकता है। ऐसी अटकल जोर पर है कि नरेंद्र मोदी सरकार अगले साल के असम विधानसभा चुनाव से पहले उल्फा के इस वार्ता समर्थक समूह के साथ शांति समझौता करने को उत्सुक है। ताकि राज्य में करीब चार दशक से चले आ रहे उग्रवाद का खात्मा हो सके।

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अधिकारियों ने बताया कि शांति समझौता दिसंबर के अंत तक अमल में आ सकता है। उल्फा के महासचिव अनूप चेतिया को हाल ही में बांग्लादेश से भारत लाए जाने से भी उल्फा नेतृत्व के पास सकारात्मक संकेत गया है। इससे शांति समझौते पर जल्द हस्ताक्षर किए जाने की बुनियाद पड़ी है। उल्फा के राजखोवा गुट ने 2011 में केंद्र सरकार के साथ बिना शर्त बातचीत की शुरुआत की थी। म्यांमार स्थित परेश बरुआ गुट बातचीत विरोधी है।

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