21 जून को कल दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर परछाई भी छोड़ देगी आपका साथ, जानिए- क्‍या है इसकी वजह

21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है लेकिन जरूरी नहीं की हर बार यह 21 जून को ही हो। कई बार यह 20 जून 21 जून और 22 जून में से किसी भी दिन हो सकता है।

By TilakrajEdited By: Publish:Mon, 20 Jun 2022 11:08 AM (IST) Updated:Mon, 20 Jun 2022 11:08 AM (IST)
21 जून को कल दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर परछाई भी छोड़ देगी आपका साथ, जानिए- क्‍या है इसकी वजह
21 जून को सूर्योदय सुबह पांच बजकर 42 मिनट पर और सूर्यास्त शाम सात बजकर 16 मिनट पर होगा

उज्जैन, जेएनएन। आप अपनी परछाई को आमतौर पर अपने साथ ही देखते हैं। ऐसा कहा भी जाता है कि परछाई कभी आपका साथ नहीं छोड़ती है। लेकिन कल दोपहर में परछाई आपका साथ छोड़ देगी। दरअसल, सूर्य के उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होने के कारण ऐसा होने जा रहा है। जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डा. राजेंद्र प्रकाश गुप्त के मुताबिक, लगभग हर वर्ष 21 जून को सूर्य उत्तरी गोलार्द्ध में कर्क रेखा पर लंबवत होता है। उज्जैन, कर्क रेखा के नजदीक स्थित है। वेधशाला में इस खगोलीय घटना को शंकु यंत्र के माध्यम से प्रत्यक्ष देखा जा सकता है। इस दिन, सबसे बड़ा दिन और रात सबसे छोटी होगी। इसलिए कल यानि 21 जून को दोपहर 12 बजकर 28 मिनट पर परछाई भी साथ छोड़ देगी। बता दें कि कल अंतरराष्‍ट्रीय योगा दिवस (International Yoga Day) भी है।

सबसे बड़ा दिन, सबसे छोटी रात

बता दें कि 21 जून को सूर्योदय सुबह पांच बजकर 42 मिनट पर और सूर्यास्त शाम सात बजकर 16 मिनट पर होगा। इस प्रकार दिन सबसे बढ़ा 13 घंटे 34 मिनट का और रात 10 घंटे 26 मिनट की होगी। दरअसल इस दिन के बाद सूर्य की गति दक्षिण की ओर होगी। इसे दक्षिणायन का प्रारंभ कहते हैं। इस दिन के बाद दिन धीरे-धीरे छोटे होंगे। 23 सितंबर को दिन और रात बराबर होंगे।

हर साल 21 जून को ही नहीं होता ऐसा!

कई ज्योतिषाचार्यों का कहना है कि 21 जून को साल का सबसे बड़ा दिन माना जाता है, लेकिन जरूरी नहीं की हर बार यह 21 जून को ही हो। कई बार यह 20 जून, 21 जून और 22 जून में से किसी भी दिन हो सकता है। पिछली बार साल 1975 में 22 जून को साल का सबसे बड़ा दिन रहा था। अब 2203 में ऐसा होगा। जब सूर्य की किरण कर्क रेखा पर लम्बवत पड़ती है, तो उत्तरी गोलार्द्ध में सबसे बड़ा दिन होता है।

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