आखिरकार यादव सिंह निलंबित

नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ रहे यादव सिंह पर सोमवार को आखिरकार निलंबन की गाज गिर गई। इसके कार्यालय आदेश भी कार्मिक विभाग की ओर से जारी कर दिए गए। हालांकि अभी आयकर विभाग की ओर से रिपोर्ट प्राधिकरण में आनी बाकी है। इसके बाद

By Rajesh NiranjanEdited By: Publish:Tue, 09 Dec 2014 06:22 AM (IST) Updated:Tue, 09 Dec 2014 06:25 AM (IST)
आखिरकार यादव सिंह निलंबित

नोएडा, जागरण संवाददाता। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के इंजीनियर इन चीफ रहे यादव सिंह पर सोमवार को आखिरकार निलंबन की गाज गिर गई। इसके कार्यालय आदेश भी कार्मिक विभाग की ओर से जारी कर दिए गए। हालांकि अभी आयकर विभाग की ओर से रिपोर्ट प्राधिकरण में आनी बाकी है। इसके बाद आगे की कार्रवाई पर विचार विमर्श किया जाएगा।

प्राधिकरण अधिकारियों के मुताबिक, गत 27 नवंबर को आयकर विभाग की टीम ने यादव ंिसंह के बीस ठिकानों पर छापा मारा था। इसमें करीब एक हजार करोड़ रुपये की संपत्ति मिलने का खुलासा हुआ है। साथ ही ऑडी कार, दस करोड़ रुपये नकद, दस किलो सोना और करीब ढाई किलो हीरे के जेवर बरामद हुए थे। इसके बाद आयकर विभाग की ओर से तीनों प्राधिकरण को नोटिस जारी कर यादव सिंह से संबंधित जानकारी मांगी गई थी। इसकी रिपोर्ट बना कर प्राधिकरण की ओर से पिछले दिनों आयकर विभाग को भेज दी गई है। बताया जाता है कि आयकर विभाग को पत्र लिखकर प्राधिकरण ने यादव सिंह की रिपोर्ट जल्द मांगी थी, लेकिन वह अभी तक कार्यालय नहीं पहुंची। ऐसे में सोमवार को नोएडा प्राधिकरण के चेयरमैन रमा रमण की उपस्थिति में एक बैठक हुई। इसमें यादव सिंह को निलंबित करने का फैसला लिया गया। मीडिया में चल रही यादव ंिसह की फर्जी डिग्री की खबरों को भी प्राधिकरण चेयरमैन ने गंभीरता से लिया है। इसकी जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

जांच की मांग पर अखिलेश यादव मौन

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। यादव सिंह के मामले की उच्चस्तरीय जांच कराने के सवाल पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव भले ही चुप्पी साधे हो मगर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। भाजपा ने सीबीआइ जांच के लिए दबाव बनाना शुरू किया तो रालोद ने सरकार की खामोशी पर हैरानी व्यक्त करते हुए हाई कोर्ट के न्यायधीश की अध्यक्षता में जांच कमेटी गठित करने की मांग की।

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