गर्मी का प्रकोप जारी, मानसून ने दी केरल में दस्तक

भारत के दक्षिणी तट पर शुक्रवार को इस साल के मानसून ने दस्तक दे दी है। हाल के दिनों में हुई छिटपुट बारिश से मानसून के आने की संभावना जताई जा रही थी। वहीं दूसरी ओर पूरा उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। औसत तापमान 45 डिग्री और लू की चपेट में आने से काफी मौतें हो रही हैं।

By Edited By: Publish:Fri, 06 Jun 2014 09:44 AM (IST) Updated:Fri, 06 Jun 2014 01:35 PM (IST)
गर्मी का प्रकोप जारी, मानसून ने दी केरल में दस्तक

नई दिल्ली। भारत के दक्षिणी तट पर शुक्रवार को इस साल के मानसून ने दस्तक दे दी है। हाल के दिनों में हुई छिटपुट बारिश से मानसून के आने की संभावना जताई जा रही थी। वहीं दूसरी ओर पूरा उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। औसत तापमान 45 डिग्री और लू की चपेट में आने से काफी मौतें हो रही हैं।

भारतीय मौसम विभाग [आइएमडी] के एक अधिकारी ने गुरुवार को अगले 24 घंटे में मानसून के सक्रिय होने के संभावना जताई थी। आम तौर पर मानसून एक जून के करीब आ जाता है, लेकिन आइएमडी ने इसके पांच दिन देर से आने और इस साल औसत से कम बारिश होने की भविष्यवाणी की थी। भारतीय अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए मानसून की बारिश का बहुत महत्व है। भारतीय कृषि इसी बारिश पर निर्भर है। देश की आर्थिक विकास दर बहुत धीमी हो गई है और पिछले दो वर्षो से औसत महंगाई दर करीब 10 फीसद है। भारत में कृषि क्षेत्र का योगदान 14 फीसद है।

देश की एक अरब 20 करोड़ आबादी में से दो तिहाई ग्रामीण क्षेत्रों में रहती है। भारत की कृषि भूमि के आधे में अब भी सिंचाई की सुविधा नहीं है। देश में वर्ष 2017 तक सिंचाई सुविधा बढ़ाकर मौसमी बारिश पर निर्भरता वाले कृषि क्षेत्र में कम से कम 10 फीसद कमी लाने की योजना बनाई गई है।

आइएमडी का कहना था कि मानसून पांच जून से चार दिन आगे-पीछे आ सकता है। मानसून पूर्व हुई बारिश से लाभ उठाते हुए किसानों ने चावल, दालें और कपास की खेती का काम भी शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि अल नीनो के प्रभाव के कारण इस साल भारत सहित एशिया में भयंकर सूखा पड़ने की आशंका जताई गई है।

उधर, समूचे उत्तर भारत में गर्मी का प्रकोप जारी है। पश्चिमी राजस्थान से आ रही गर्म हवा ने पंजाब, हरियाणा, दिल्ली का तापमान बढ़ा दिया है। गुरुवार को राजधानी दिल्ली का इस साल का सबसे अधिक तापमान 44.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से चार डिग्री ज्यादा है। यह पिछले पांच वर्षो में 5 जून का सबसे अधिक गर्म दिन था। दिल्ली का सबसे गर्म स्थान पालम रहा, जहां पर पारा 45.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शुक्रवार को भी राजधानी में सुबह से ही तेज धूप और गर्म हवा के थपेड़ों ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी। लोग घरों से बाहर मुंह पर कपड़ा बांधकर या छतरी लेकर निकले।

मौसम विभाग के अनुसार, एक सप्ताह तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। 6, 7, 8 और 9 जून को तापमान 45 या उससे अधिक रहने की संभावना है।

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