नक्सलियों के गढ़ के रूप में कुख्यात गढ़चिरौली में सिमटे उग्रवादी, नक्सली गतिविधियों में आई भारी गिरावट

गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने को बताया पिछले पांच-छह वर्षों में जिले में नक्सली गतिविधियों और उनकी उपस्थिति में पिछले दो से तीन वर्षों में काफी गिरावट आई है। विभिन्न मुठभेड़ों गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण के कारण नक्सलियों की संख्या में काफी गिरावट आई है।

By AgencyEdited By: Publish:Sun, 25 Sep 2022 10:40 AM (IST) Updated:Sun, 25 Sep 2022 10:40 AM (IST)
नक्सलियों के गढ़ के रूप में कुख्यात गढ़चिरौली में सिमटे उग्रवादी, नक्सली गतिविधियों में आई भारी गिरावट
नक्सलियों के गढ़ के रूप में कुख्यात गढ़चिरौली में सिमटे उग्रवादी

नागपुर, एजेंसी। गढ़चिरौली को नक्सलवाद का गढ़ माना जाता है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महाराष्ट्र के दो वामपंथी उग्रवाद प्रभावित जिलों में से एक, गढ़चिरौली में नक्सली गिरोह पिछले पांच वर्षों में काफी कम हो गया है। गढ़चिरौली जिले में, जिसकी सीमा छत्तीसगढ़ के साथ लगती है, हाल के वर्षों में वस्तुतः कोई नक्सली भर्ती नहीं हुई है, और उनकी संख्या में काफी गिरावट आई है।

वरिष्ठ अधिकारी नक्सली गतिविधियों में गिरावट का श्रेय कई कारकों को देते हैं, जिनमें पुलिस के साथ मुठभेड़ में जिले में शीर्ष नेतृत्व का खात्मा, कैडरों की गिरफ्तारी, नक्सलियों की बढ़ती संख्या अपने हथियार डालने और पुनर्वास के प्रभावी कार्यान्वयन कार्यक्रम शामिल हैं।

गढ़चिरौली के पुलिस अधीक्षक अंकित गोयल ने पीटीआई को बताया, 'पिछले पांच-छह वर्षों में जिले में नक्सली गतिविधियों और उनकी उपस्थिति में पिछले दो से तीन वर्षों में काफी गिरावट आई है। विभिन्न मुठभेड़ों, गिरफ्तारी और आत्मसमर्पण के कारण नक्सलियों की संख्या में काफी गिरावट आई है।'

गोयल ने कहा कि कई नक्सली दल भंग कर दिए गए हैं, खासकर उत्तरी गढ़चिरौली क्षेत्र में। उन्होंने कहा, 'दलम सदस्यों की संख्या 180 से गिरकर 120 हो गई है,' उन्होंने कहा कि पुलिस ने पिछले दो वर्षों में 54 नक्सलियों को मार गिराया, जबकि कई अन्य को गिरफ्तार किया गया।

कोरची दलम, साथगांव दलम, प्लाटून 7, प्लाटून 14 और कंपनी 4 सहित अब केवल 10 से 12 दलम ही चालू हैं।

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गढ़चिरौली पुलिस के सूत्रों के अनुसार, 2017 से 31 अगस्त, 2022 तक पुलिस के साथ मुठभेड़ में 137 नक्सली मारे गए। 2018 में ये संख्या 50 और 2021 में 49 थी।

इसी तरह, 2017 से इस साल 31 अगस्त तक 196 कथित नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया, जबकि इसी अवधि के दौरान 91 अन्य ने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण किया।

पुलिस को एक बड़ी सफलता तब मिली जब 13 नवंबर, 2021 को मर्दिनटोला जंगल में पुलिस के साथ मुठभेड़ में शीर्ष नक्सली नेता मिलिंद तेलतुम्बडे और उत्तरी गढ़चिरौली के कई नेताओं सहित 26 अन्य लोगों को मार गिराया गया।

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