Cyber crimes in India: साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जल्द बनेगी देशव्यापी व्यवस्था

देश में बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए तीन या चार राज्यों का समूह मिलकर काम करेगा। देशव्यापी इस व्यवस्था का उद्देश्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए राज्यों की पुलिस में समन्वय स्थापित करना है। मध्यप्रदेश को अहमदाबाद रीजन में रखा गया है।

By Bhupendra SinghEdited By: Publish:Sun, 28 Mar 2021 09:48 PM (IST) Updated:Sun, 28 Mar 2021 09:48 PM (IST)
Cyber crimes in India: साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए जल्द बनेगी देशव्यापी व्यवस्था
साइबर अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए बनेगी देशव्यापी व्यवस्था।

मोहम्मद रफीक, भोपाल। देश में बढ़ते साइबर अपराधों की रोकथाम के लिए तीन या चार राज्यों का समूह मिलकर काम करेगा। केंद्र सरकार के निर्देशानुसार इस पर काम शुरू हो चुका है। अगले कुछ महीनों में यह व्यवस्था अस्तित्व में आ जाएगी। देशव्यापी इस व्यवस्था का उद्देश्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए राज्यों की पुलिस में समन्वय स्थापित करना है। मध्यप्रदेश को अहमदाबाद रीजन (क्षेत्र) में रखा गया है। इसमें मध्य प्रदेश के अलावा गुजरात, महाराष्ट्र और दमन एवं दीव को शामिल किया गया है।

साइबर अपराधों में सबसे बड़ी समस्या अपराधियों की पहचान की होती है

साइबर अपराधों में सबसे बड़ी समस्या अपराधियों की पहचान की होती है। डिजिटल प्लेटफार्म पर अपराध करने वालों की सारी जानकारी झूठी होती है। साइबर पुलिस किसी तरह आइपी एड्रेस या अन्य माध्यमों से अपराधी के राज्य का पता लगा भी लेती है तो वहां उसे तलाशना काफी मुश्किल होता है। अभी तक अलग-अलग राज्य एक-दूसरे से जानकारी साझा करते हुए अपराधियों तक पहुंचने की मशक्कत करते हैं, लेकिन इसमें संबंधित राज्य के प्रतिनिधि की मौजूदगी अनिवार्य होती है।

तीन या चार राज्यों का बनेगा एक समूह

एक से अधिक राज्यों का समूह होने से एक ही प्लेटफार्म पर सूचना देने से कई राज्यों की सामूहिक जिम्मेदारी तय हो जाएगी। राज्य विशेष अन्य प्रदेशों से प्राप्त सूचनाओं के आधार पर स्थानीय स्तर पर पड़ताल कर सकेंगे। साथ ही कानूनी रूप से अन्य राज्यों में अपराध करने वालों की गिरफ्तारी या पूछताछ से संबंधित और अधिकार मिल जाएंगे।

मध्य प्रदेश का अहमदाबाद संबंध

राज्यों को किस रीजन में रखा जाए, इसके लिए पूर्व में हुए अपराधों का अध्ययन किया गया। मध्य प्रदेश को अहमदाबाद रीजन में शामिल करने का उद्देश्य यह है कि गुजरात में शेयर बाजार में निवेश का झांसा देने वाले अपराधियों की भरमार है। गुजरात के विभिन्न शहरों से फोन के माध्यम से लालच दिया जाता है कि शेयर बाजार में निश्चित शुल्क देकर भारी मुनाफा करवाया जाएगा। इन लोगों का मुख्य निशाना मध्य प्रदेश के बड़े शहर रहते हैं। मध्य प्रदेश में हुए इस तरह के अपराधों की पड़ताल गुजरात में करना आसान होगी।

मेवात रीजन में है दिल्ली

इसी तरह मेवात रीजन में हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और दिल्ली को शामिल किया गया है। मेवात से ऑनलाइन ठगी के मामले बड़ी संख्या में आने और उनके निशाने पर समीपस्थ राज्य होने से उन राज्यों को एक समूह में रखा गया है। अन्य राज्यों के रीजन का निर्धारण भी इसी आधार पर किया गया है।

अपराधियों को पकड़ने के लिए राज्यों का रीजन बनाया गया

साइबर अपराधियों को पकड़ने के लिए राज्यों का रीजन बनाया गया है। अभी सूचनाओं के आदान-प्रदान का काम चल रहा है। जल्द ही यह व्यवस्था काम करने लगेगी- गुरुकरण सिंह, पुलिस अधीक्षक, राज्य साइबर सेल, भोपाल।

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