कुंभ मेले में अब मौसम का मिजाज देखकर श्रद्धालु लगा सकेंगे डुबकी, स्मार्ट हुई व्यवस्था

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षव‌र्द्धन ने सोमवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में कुंभ मेला मौसम सेवा नाम से इस खास मोबाइल एप को लांच किया।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Mon, 14 Jan 2019 07:38 PM (IST) Updated:Mon, 14 Jan 2019 07:38 PM (IST)
कुंभ मेले में अब मौसम का मिजाज देखकर श्रद्धालु लगा सकेंगे डुबकी, स्मार्ट हुई व्यवस्था
कुंभ मेले में अब मौसम का मिजाज देखकर श्रद्धालु लगा सकेंगे डुबकी, स्मार्ट हुई व्यवस्था

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। प्रयागराज में मंगलवार से शुरु हो रहे कुंभ मेले में यदि आप डुबकी लगाने जा रहे है, तो मौसम को लेकर ज्यादा फिक्रमंद न हो। मौसम विभाग ने मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए एक खास मोबाइल एप सेवा शुरू की है, जिसकी मदद से मौसम से जुड़ी हर घंटे की जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही मेले में अगले तीन दिनों के मौसम के पूर्वानुमान की सटीक जानकारी भी इसके जरिए मिल सकेगी।

केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ हर्षव‌र्द्धन ने सोमवार को इंडिया हैबिटेट सेंटर में कुंभ मेला मौसम सेवा नाम से इस खास मोबाइल एप को लांच किया। जिसे मोबाइल के गूगल प्ले स्टोर में जाकर डाउनलोड किया जा सकेगा। केंद्रीय मंत्री ने बताया कि यह सेवा कुंभ मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए खास तौर पर शुरु की गई है। हालांकि यह मेले से जुड़ी दूसरी एजेंसियों के लिए भी काफी लाभदायक साबित होगा। इस खास एप के जरिए तापमान, आद्रता, वर्षा और हवा की रफ्तार की जानकारी दी जाएगी। यह इसलिए भी खास है, क्योंकि इसकी मदद से कोई भी श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए निकलने से पहले मौसम की स्थिति जांच सकेगा।

कुंभ मेले में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की मौसम से जुड़ी सटीक जानकारी मुहैया कराने के लिए पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन काम करने वाले मौसम विभाग ने मेले के पांच से दस किमी के क्षेत्रफल में पांच वेदर स्टेशन स्थापित किए है। इनमें चार स्टेशन स्थाई है, जबकि एक मोबाइल स्टेशन भी होगा, जो चार स्थाई स्टेशनों के मध्य में काम करेगा। केंद्रीय मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने बताया कि मेले के बाद स्थाई रूप से स्थापित किए स्वचालित वेदर स्टेशन का लाभ शहर के लोगों को मौसम की सटीक जानकारी देने में होगा।

यहां लगाए गए है वेदर स्टेशन

-इलाहाबाद विश्वविद्यालय

- दिल्ली पब्लिक स्कूल

- जीबी पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान

- सैम हिग्गिनबॉटम कृषि प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान विवि ( शूट्स)

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